
जिसे जरूरत पड़ने या मांगे जाने पर वह केंद्र को उपलब्ध कराता था। केंद्र सरकार के कार्मिक एवं पेंशन मंत्रालय ने अब इसे अपडेट करने का फैसला लिया है। इसके तहत सभी राज्यों को निर्देश दिया है, कि अपने सारे आईएएस अफसरों का ब्यौरा अब आईएएस अफसरों के लिए बनाए गए "सुप्रोमो" पोर्टल पर अपलोड करें।
इनमें सर्विस रिकार्ड सहित नौकरी से जुड़े अब तक सारे रिकार्ड शामिल है। सूत्रों की मानें तो कुछ राज्यों ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि केंद्र की इस नई व्यवस्था से आईएएस अफसरों को केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर लेने में मदद मिलेगी, क्योंकि उनका यह चयन सर्विस रिकॉर्ड सहित नौकरी से सारे दस्तावेजों के जांचने के बाद ही की जाती है। जो अब केंद्र किसी भी समय ऑन लाइन देख सकेगा।
यह भी मिलेगा फायदा
जानकारों की मानें तो मौजूदा समय में अफसरों के सर्विस रिकॉर्ड में हेरीफेरी की तमाम शिकायतें मिलती रहती है। इस दौरान अफसरों के रिकॉर्ड से उन चीजों को गायब करना भी शामिल है, जो प्रमोशन या फिर प्रतिनियुक्ति में बाधा बन सकती है। सूत्रों की मानें तो सारी डाटा समय-समय पर अपडेट होते रहने से अब इनमें छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी,क्योंकि एक बार यदि कोई डाटा अपलोड हो गया, तो वह बगैर डीओपीटी के अनुमति से हटाया या डिलीट नहीं हो सकेगा।
देश भर में करीब 6400 IAS अफसर के है पद
डीओपीटी के मुताबिक वर्ष 2015 की स्थिति में देश भर में 6375 आईएएस अफसरों के पद है। इनमें 4425 डायरेक्ट और 1950 प्रमोशन से भरे जाते है। इनमें सबसे ज्यादा 621 आईएएस अफसर उप्र में है, जबकि इस मामले में देश में दूसरे नंबर पर मप्र है, जहां करीब 417 आईएएस अफसरों के पद है।