
यह है प्रक्रिया
ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरने के लिए छात्र कियोस्क सेंटर पर जाता है। रोल नंबर फीड करते ही छात्र का फॉर्म आ जाता है। छात्र फीस जमा कर फॉर्म अपडेट कर देता है। यह फॉर्म चेक होने के लिए फिर कॉलेज जाता है। चेक होने के बाद उसे अपडेट किया जाता है तभी उसका प्रवेश पत्र डाउनलोड होता है।
ऐसे हुई गड़बड़ी
एमपी ऑनलाइन ने सब्जेक्ट की मैपिंग में गड़बड़ी कर दी। जैसे कि मैथ के छात्रों का डाटा बायोलॉजी के छात्रों के साथ कर दिया। कॉमर्स में भी अलग-अलग ग्रुप होते हैं। उनकी ग्रुपिंग भी बदल दी। ऐसे छात्रों ने फॉर्म तो अपडेट कर दिए, लेकिन जब वे अपने कॉलेज में उन्हें चेक कराने पहुंचे, तब पता चला कि उनके सब्जेक्ट बदल गए हैं। अकेले साइंस कॉलेज में ही बायोलॉजी के छात्रों का सब्जेक्ट बदलकर मैथ हो गया है। अंचल में ज्यादातर कॉलेजों में यही स्थिति बनी हुई है। छठे सेमेस्टर की परीक्षा में 50 हजार से अधिक छात्र शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इसमें से 30 हजार से अधिक छात्रों के सब्जेक्ट बदल गए हैं।
बढ़ाना पड़ सकती है तारीख
सभी छात्रों के डाटा अब एमपी ऑनलाइन पर भेजे जा रहे हैं। वह एडिट का ऑप्शन देगा, तब छात्र कियोक्स सेंटर पर जाकर उसे एडिट कर सकेंगे। उधर, जेयू में भी एमपी ऑनलाइन के कर्मचारियों को इसमें सुधार के लिए तैनात किया गया है। परीक्षा फॉर्म 3 अप्रैल तक भरे जाना हैं। यदि तब तक सुधार नहीं हुआ तो तारीख फिर बढ़ाने को मजबूर होना पड़ेगा। जेयू ने परीक्षा की तारीख 10 मई घोषित की है। इसलिए माना जा रहा है कि तब तक यह समस्या नहीं निपटेगी और परीक्षा की तारीख भी बढ़ाने को विवश होना पड़ेगा।
फिर से चेक होंगी बीएससी नर्सिंग की कॉपियां
हाल ही में घोषित बीएससी नर्सिंग सेकण्ड ईयर में 70 फीसदी से ज्यादा छात्र फेल हुए हैं। इसे लेकर शनिवार को नर्सिंग छात्र संगठन के बैनर तले नर्सिंग छात्र जेयू पहुंच गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने जेयू प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा व डिप्टी रजिस्ट्रार अरुण चौहान छात्रों के बीच पहुंचे। संगठन के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह गुर्जर ने कहा कि छात्रों की कॉपियां ठीक से चेक नहीं हुई हैं। शिक्षकों ने मनमानी की है। इस पर रजिस्ट्रार ने कहा कि यदि ऐसा है तो कुछ छात्र अपना नाम दे दें।
उनकी कॉपियां फिर से चेक करा ली जाएंगी। इस पर छात्र सहमत नहीं हुए। उन्होंने नारेबाजी कर धरना शुरू कर दिया। रजिस्ट्रार ने कुलपति व अन्य अधिकारियों से चर्चा की, तब सहमति बनी कि फिर से कॉपियां चेक करा ली जाएं। उन्होंने छात्रों को भरोसा दिया कि कॉपियां फिर से चेक होगीं। आश्वासन मिलने के बाद ही छात्रों ने धरना समाप्त किया। इस अवसर पर विष्णु पांडे, सुभम चौहान, देवानंद शर्मा, गीता, संगीता, आकाश, रविन्द्र मावई आदि शामिल थे।
छात्रों की समस्या के निराकरण का प्रयास किया जा रहा है। हमने मूल्यांकन ठीक कराया है। फिर भी नर्सिंग छात्रों की कॉपियां फिर चेक कराई जाएंगी।
प्रो. आनंद मिश्रा, रजिस्ट्रार