आपके खुला ख़त में मैने 2 बार अपनी बात एनआरएचएम् के अंतर्गत निकाले गए कर्मचारियों के मन की व्यथा भेजी थी जो की आपके द्वारा प्रकाशित की गई। मैं अब आपसे सिर्फ एक छोटा सा निवेदन करना चाह रहा हूँ की इन निकाले गए कर्मचारियों का इसी विभाग द्वारा रेडिप्लॉयमेंट के नाम पर दिनाक 26.4.16 से 29.4.16 तक अप्रैसल भोपाल एनएचएम् कार्यालय में किये गए थे. इसके बाद आज दिनाक तक कोई भी जानकारी इन आला अधिकारीयों द्वारा नही दी गई है। क्या ये कोई छलावा तो नही है इनके द्वारा कर्मियों को कोर्ट जॉने से रोकने के लिए।
जो कर्मी निकाले गए है वो अन्य जगहों के रहने वाले है और अपनी पदस्थापना स्थल पर किराये के मकानों में रह रहे है उनके बच्चे स्कूलों में पड़ रहे है और अप्रैल से ही इनका वेतन बंद है अब वो लोग एक भरोसे पर ही अपनी अपनी जगहों पर अभी भी रह रहे है की ये अधिकारी इन्हें फिर से अन्य जगहों पर नियुक्त करेंगे लेकिन अब सभी हार भी मानने लगे है क्यों की अब इनका गुजरा बिना पैसों ले असंभव सा हो गया है।
धन्यवाद आपके सहयोग की अपेक्क्षा में
उमेश कुमार.