भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विवि (आरजीपीवी) अब छात्रों को छोटी और सिक्युरिटी कोड वाली डिग्री उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है। अगले महीने होने वाले दीक्षांत समारोह में यह डिग्री बांटी जाएगी। इसी तरह बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) भी वॉटर प्रूफ डिग्री देगा। यह अगले साल तक छात्रों को मिलने लगेगी।
दरअसल, विवि अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों को वॉटर प्रूफ डिग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। इससे डिग्री खराब नहीं होती। इसके चलते ये विवि डिग्री में बदलाव कर रहे हैं। आरजीपीवी पहले जो डिग्री जारी करता था, उसका साइज बड़ा रहता था। इसे रखने में भी दिक्कत होती थी। इसलिए डिग्री का साइज छोटा कर दिया है। इसके अलावा डिग्री में एक तरफ सिक्युरिटी कोड भी दर्ज किया गया है। इससे कोई भी डुप्लीकेट डिग्री नहीं बना सकेगा। उधर, बीयू की तर्ज पर आरजीपीवी अगले साल तक छात्रों को वॉटर प्रूफ डिग्री देने की तैयारी में है। आरजीपीवी के एग्जाम कंट्रोलर डॉ. मोहन सेन का कहना है कि छात्रों की सुविधा के लिए डिग्री का साइज कम किया है। इससे डिग्री को रखने में भी आसानी होगी। डिग्री को वॉटर प्रूफ करने की भी तैयारी है।
छह महीने में मिलेगी डिग्री
यूजीसी के नियमों के तहत विश्वविद्यालयों ने परीक्षा परिणाम आने के छह महीने बाद डिग्री देने की भी तैयारी की है। पहले परीक्षा परिणाम के एक साल बाद डिग्री देने का नियम था। हालांकि छात्र को अगर डिग्री की जरूरत है तो एक महीने के बाद भी डिग्री दी जा सकेगी।