![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiSkxHVyl6jslpU2oVg4SO82v3DSuMbb7LFVrwmcMUmHmkpRA24QxLa-FICst5byRKG2diLB1eKOnFpv610cV_FW4jNniXeXETS9yn5Y1yDzTbwpizgqepTO3VE0fTtWVDgrpqQOcvJHyE/s1600/55.png)
जून में घटी बर्फ
तस्वीरों से तैयार रिपोर्ट के मुताबिक इस साल एक जून को आर्कटिक समुद्र में 1.11 करोड़ वर्ग किलोमीटर इलाके में बर्फ बची है। जबकि इस महीने में पिछले 30 साल का औसत 1.27 करोड़ वर्ग किलोमीटर था। यह कम हुई 15 लाख किलोमीटर की बर्फ यूनाइटेड किंगडम की छह गुनी विशाल है।
चार साल पहले लगाया था अनुमान
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के पोलर ओसेन फिजिक्स ग्रुप के प्रमुख प्रोफेसर पीटर वडहम्स ने ब्रिटेन के इंडिपेंडेंट को बताया कि उन्होंने चार साल पहले बर्फ गायब होने की भविष्य वाणी की थी। ताजा तस्वीरों से उस भविष्यवाणी की पुष्टि हुई है। उनके मुताबिक अगर इस साल बर्फ पूरी तरह से गायब नहीं भी होती है तो भी बहुत संभव है कि वहां बर्फ रिकॉर्ड रूप से कम हो।
लाखों साल पहले खत्म हुई थी आर्कटिक की बर्फ
माना जाता है कि एक लाख से एक लाख बीस हजार साल पहले आखिरी बार आर्कटिक की बर्फ खत्म हुई थी। ऐसा फिर हो रहा है। ध्रुवीय इलाके में तेजी से बढ़ते तापमान को इसके पीछे का कारण बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि इसी के कारण ब्रिटेन में बाढ़ आ रही है और अमेरिका में बिना मौसम तूफान आ रहे हैं।