भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस में जल्द ही सर्जरी होगी। ये सर्जरी जिला और ब्लॉक स्तर पर होने वाली है। प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव के निर्देश पर निष्क्रिय रहने वाले नेताओं को पद से हटाया जा रहा है। इनकी जगह नये नेताओं की खोजबीन शुरू हो गई है।
राज्यसभा की एक सीट हासिल करने के बाद अब मध्यप्रदेश कांग्रेस अपनी ताकत बढ़ाने की तैयारी में जुट गई है। सबसे पहले उन नेताओं पर कार्रवाई की तैयारी है, जो कांग्रेस का पद लेकर घर बैठे हुए हैं। बीते दिनों अरुण यादव और मोहन प्रकाश ने जिलेवार समीक्षा की तो कई जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष निष्क्रिय मिले।
अब राज्यसभा चुनाव की जीत के बाद इन्हें हटाने जैसा सख्त कदम उठाने की तैयारी कर ली गई है। इसे 2018 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनज़र देखा जा रहा है। 15 जुलाई के पहले तक जिला और ब्लॉक अध्यक्षों में बड़ा फेरबदल दिखाई दे सकता है। कांग्रेस सूत्रों पर यकीन करें तो कई जिले और ब्लॉक के दिग्गज नेता इस कार्रवाई में घर बिठा दिए जाएंगे, क्योंकि प्रदेश में 110 से ज्यादा ब्लॉक अध्यक्ष निष्क्रिय हैं और 10 से ज्यादा जिला अध्यक्ष निष्क्रिय हैं। इन्हें कारण बताओ नोटिस भी थमाया गया था। इसका जवाब नहीं मिलने पर अब मियाद खत्म होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले में नये पदाधिकारियों की तलाश भी कर ली है. कुछ ब्लॉक में नए अध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी गई है। पीसीसी चीफ अरुण यादव ये काम जल्द खत्म करना चाहते हैं, क्योंकि इसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर ब्लॉक और जिला सम्मेलनों का सिलसिला भी शुरू करना है।