
जांच एजेंसियों के अनुसार, मेहता फिलहाल दुबई में रह रहा है। Winsome Diamonds and Jewellery Ltd को भारतीय बैंकों ने देश के दूसरा सबसे बड़ा डिफॉल्टर बताया है। फिलहाल सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) कथित फ्रॉड की जांच कर रहा है। मंगलवार को ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत Winsome Diamonds और इसकी सहयोगी कंपनियों की करीब 172 करोड़ की प्रॉपटी सीज कर दी है। जांच के बावजूद, बैंक्स Winsome Diamonds से वसूली करने में ज्यादा सफलता नहीं हासिल कर पाए हैं। क्योंकि भारत की सेंट किट्स एंड नेविस के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है।
सेंट किट्स एंड नेविस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, देश विदेशी निवेशकर्ताओं को बड़े निवेश (चाहे वह दान के तौर पर किया गया हो या रियल एस्टेट खरीदारी के जरिए) के बदले नागरिकता प्रदान करता है। लॉ फर्म अदवाया लीगल के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर रमेश वैद्यनाथन ने कहा, “ऐसे व्यक्ति का प्रत्यर्पण कर पाना लगभग नामुमकिन है जिसने भारतीय नागरिकता छोड़ कर ऐसे किसी देश की नागरिकता ले ली हो जिसके साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि नहीं है।”