नई दिल्ली। महज 8 साल की बच्ची ने खुद को बलात्कारी के चंगुल से बचाने के लिए कुछ इस तरह की तरकीब का इस्तेमाल किया कि आरोपी भी कंफ्यूज हो गया। इसी का फायदा उठाकर मासूम लड़की अपनी जान बचा पाई, लेकिन इससे पहले उसका रेप हो चुका था।
बच्ची के अभिभावकों ने बताया कि उसका अपहरण शनिवार को देर रात करीब डेढ़ बजे हुआ। तब वह घर के बाहर एक चारपाई पर सो रही थी। जब उसे अहसास हुआ कि वह कहीं दूसरी जगह पर और एक अजनबी के साथ है तो उसने चीखने की कोशिश की, लेकिन उसका मुंह बंद कर दिया गया। आरोपी बच्ची को पास की गली में एक खाली प्लॉट में ले गया और उससे बलात्कार किया। इसके बाद आरोपी उसकी हत्या करने की तैयारी कर रहे थे तब बच्ची ने चतुराई से काम लिया, वो एक लाश की तरह वहीं पड़ी रही।
अभिभावकों ने बताया कि आरोपी ने यह देखने के लिए लड़की को चिमटी काटी कि वह होश में है या नहीं, लेकिन लड़की नहीं हिली। इससे आरोपी को विश्वास हो गया कि बच्ची की मौत हो चुकी है, अत: वो वहां से चला गया। तब बच्ची उठी और घर की ओर भागी। जब आरोपी ने उसे भागते देखा तो उसका पीछा किया, लेकिन एक पत्थर से ठोकर लगने पर वह गिर गया।
आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है और बताया जाता है कि वह नाबालिग है। बच्ची के पिता ने बताया 'मेरी पत्नी ने चादर पर खून देखा और हम घबरा गए। मेरी बेटी ने तेज दर्द की शिकायत की। पूछने पर उसने घटना के बारे में बताया।' तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली यह बच्ची फिलहाल अस्पताल में है।