भोपाल। इस बार भले ही प्याज ने आंसू ना निकाले हों परंतु टमाटर ने जनता की चीख जरूर निकाल दी। जमाखोरी के चलते मात्र 1 महीने में टमाटर के दाम 20 रुपए से 80 रुपए किलो तक पहुंच गए। सरकार ने किसानों को राहत देते हुए प्याज खरीद ली थी, जनता चाहती है कि अब आम लोगों को राहत देने के लिए मंडियों में टमाटर भी सरकारी दाम पर बिकवाए। गृहणियों का कहना है कि टमाटर थाली का सबसे ज़रुरी आइटम है। ऐसे में टमाटर के रेट बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ रहा है।
आड़तियों का कहना है कि मप्र में टमाटर की आवक महाराष्ट्र से होती है। यदि आवक कम हुई तो दाम दाम बढ़ जाते हैं। यह एक महीने में 20 से 80 तक पहुंच गए हैं। अनुमान है, टमाटर 100 रुपए तक जाएगा। सवाल यह है कि इस मामले में सरकार क्या कदम उठा रही है। आम नागरिकों का कहना है कि राहत पहुंचाना सरकार का काम है। यदि वो प्याज खरीद सकती है तो टमाटर भी बेचना चाहिए। राहत सिर्फ किसानों को क्यों, आम नागरिकों को क्या नहीं।