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नंदकुमार सिंह ने कहा कि जिन नेताओं को निगम मंडलों में नियुक्ति के बाद लालबत्ती मिल चुकी है, उन्हें न तो विधानसभा के चुनाव में टिकट मिलेगा और न ही इनमें से किसी को भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में ही लिया जाएगा। नंदकुमार यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में पहले ही गाइडलाइन बन चुकी है। पार्टी उस गाइडलाइन के आधार पर ही चलेगी और काम करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा जुलाई के पहले सप्ताह में कर दी जायेगी और इसमें नेताओं को परफॉर्मेंस के आधार पर जगह मिलेगी।
वाजपेयी और सिसौदिया की क्लास ली
निगम मंडलों के जिन पदाधिकारियों ने सार्वजनिक तौर पर संगठन में काम करने की इच्छा व्यक्त की है, प्रदेश नेतृत्व उनसे नाराज है। प्रदेश अध्यक्ष चौहान गुरुवार को भोपाल में थे। उन्होंने इस संदर्भ में संबंधित निगम-मंडल अध्यक्षों डॉ. हितेष वाजपेयी और विजेंद्र सिंह सिसौदिया की क्लास ली और हिदायत दी कि वे भविष्य में मीडिया के सामने कोई बयानबाजी न करें। कोई समस्या है तो संगठन के अंदर उचित फोरम पर अपनी बात रखें। इस हिदायत का नतीजा यह हुआ कि अब कोई कुछ कहने के लिए तैयार नहीं है।