
उन्होंने एक रोलदार पन्ने पर हाथ से लिखी टिप्पणी की फोटो प्रति पोस्ट की है। इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अनेक लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। ग्राम प्रधान अरुण पांडेय कहते हैं कि इस पोस्ट का मतलब ब्राह्माणों शब्द का अर्थ बताना नहीं बल्कि ब्राह्माणों को गाली देना है। बसपा प्रमुख मायावती को इस पर सफाई देनी चाहिए।
इस संबंध में जब देवरिया के बसपा जिलाध्यक्ष नथुनी प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने इस पोस्ट पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि मुझे इस पोस्ट के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन यदि ऐसा लिखा है तो यह गलत है, निंदनीय है। हम भी पता करेंगे और पार्टी जरूर इसका संज्ञान लेगी।