भोपाल। मप्र कैडर के युवा और तेज तर्रार आईएएस तेजस्वी एस नायक बड़वानी में पदस्थ होते ही अपने फार्म में लौट आए हैं। टाइम लिमिट की मीटिंग में मोबाइल साइलेंट मोड में ना रखने पर उन्होंने एक अधिकारी पर 100 रुपए का जुर्माना ठोक दिया। इसके साथ ही नायक ने साफ संदेश भी दे दिया कि उन्हें ऐसा वैसा आईएएस ना समझा जाए।
नवागत कलेक्टर ने पिछले सप्ताह अपनी प्रथम समय सीमा बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल फोन को बैठकों के दौरान साइलेंट मोड में रखने की हिदायत दी थी। कलेक्टर ने कहा था कि यदि किसी अधिकारी का मोबाइल बैठक के दौरान बजा तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। जिसमें अधिकारियों पर जुर्माना लागना भी शामिल है। सोमवार को समय सीमा बैठक के दौरान डूडा के अधिकारी रियाजद्दीन कुरैशी के मोबाइल की घंटी बजी तो उन्हें इस नियम के तहत 100 रुपए का जुर्माना बतौर सहयोग राशि, झण्डा दिवस के लिए बनाए गए कोष में जमा करानी पड़ी।
याद दिला दें कि नायक इससे पहले भोपाल नगर निगम कमिश्नर रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने अपने काम के अलावा कभी किसी नेता को महत्व नहीं दिया। बहुत प्रेक्टिकल विचारधारा के चलते नायक भोपाल में विधायकों के निशाने पर आ गए थे। हालात यह बने कि भाजपा समेत तमाम जनप्रतिनिधि एकजुट हुए, विधानसभा में हंगामा हुआ तब कहीं जाकर नायक को बड़वानी में व्यवस्थित किया गया। अब बड़वानी में ना तो भोपाल जैसा पॉलिटिकल पॉवर है और ना ही वहां का हंगामा आसानी राजधानी या सीएम हाउस तक पहुंच पाएगा। ऐसे में नायक बिना पॉलिटिकल प्रेशर के फुलफार्म में काम करते दिखाई दे सकते हैं।