लखनऊ। मुस्लिम वोट के सहारे दूसरी बार सत्ता में पहुंचने की तैयारी कर रही सपा अब कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की शरण में पहुंच गई है। नेताजी गैंगस्टर मुख्तार अंसारी और उसके भाई अफजल अंसारी को सपा में शामिल करने जा रहे हैं। इस खबर के साथ ही अखिलेश यादव की सरकार सवालों की जद में आ गई है। सवाल पूछा जा रहा है कि यदि गैंगस्टर सरकार का हिस्सा बन जाएंगे तो कानून-व्यवस्था कैसे कायम रह पाएगी।
पूर्वांचल के गाजीपुर, मऊ और वाराणसी में अपनी जीत सुनिश्चित करने और मुस्लिमों को अपने खेमे में बनाए रखने के लिए मुख़्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का विलय मंगलवार को समाजवादी पार्टी में होगा। इसी क्रम में अफजल अंसारी सोमवार को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिलने लखनऊ पहुंचे। मौजूदा समय में मुख़्तार अंसारी की पार्टी के दो विधायक हैं और यह पार्टी पूर्वांचल के तीन चार जिलों में अपनी मजबूत पकड़ रखती है.
मऊ से विधायक मुख़्तार अंसारी हाल ही में सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के सिलसिले में बिहार पुलिस की राडार पर थे। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन और मुख्तार के रिश्तों की बात किसी से छुपी नहीं है। दोनों आपस में हथियारों का आदान प्रदान से लेकर शार्प शूटर्स की भी अदला-बदली करते रहते हैं। बता दें इससे पहले सपा के मंत्री शिवपाल यादव ने भी कहा था कि पार्टी सभी का खुले दिल से स्वागत करती है।