
23 मई को पंजाब के अबोहर शहर के एक घर में दीक्षा की लाश पंखे से लटकती हुई बरामद की गई थी। उस समय मामला आत्महत्या का नजर आया था, लेकिन जब जांच की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। बुधवार 01 जून 2016 को वारदात का खुलासा करते हुए एसएसपी नरेंद्र भार्गव ने बताया कि प्रेम प्रसंग में रोड़ा बन रही बेटी को उसकी मां ने प्रेमी के साथ मिलकर फांसी पर लटकाकर मारा था। उन्होंने बताया कि महिला के पति ने तीन साल पहले सुसाइड कर लिया था।
आरोपी मंजू (40) पति की मौत के बाद ससुराल से अलग होकर एक बेटा व बेटी के साथ पंजपीर नगर में रहने लगी। पिछले साल फेसबुक पर उसकी दोस्ती सऊदी अरब में रहने वाले 26 साल के विजय उर्फ सोनू से हो गई। विजय मूल रूप से हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला है। महिला के कहने पर विजय 27 दिसंबर को सऊदी अरब से इंडिया आया। 1 जनवरी से विजय मंजू के घर रह रहा था। करीब दो महीने पहले विजय के मंजू की 17 साल की बेटी दीक्षा से भी प्रेम संबंध हो गए। इस पर मां -बेटी मे झगड़ा रहने लगा। ऐसे में दीक्षा ने एक दिन खुदकुशी की धमकी दे डाली।
उसने कुछ दिन पहले फिनाइल की गोलियां निगल लीं। तब तो वह बच गई लेकिन मंजू ने बहाने से बेटी से 20 मई को सुसाइड नोट लिखवा लिया और खुदकुशी का कारण संपत्ति विवाद लिखवाया। 23 मई को दीक्षा ने किसी नुकीली चीज से हाथ पर विजय लिखा। इसे देखकर मंजू आग बबूला हो उठी और चुन्नी से दीक्षा का गला घोंट दिया। इसी दौरान विजय वहां पहुंच गया तथा दोनों ने इसे खुदकुशी का रूप देने के लिए उसे गले से बांध कर पंखे से लटका दिया और बाहर घूमने चले गए। काफी देर बाद मंजू का 12 साल का बेटा घर आया तो उसने यह सब देखकर शोर मचाया।