
सहारा समूह की देवास में 107 एकड़ जमीन की नीलामी के लिए एचडीएफसी रियलिटी ने अपने पोर्टल पर नोटिस जारी कर दिया है। इसी हफ्ते नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी जो अगले चार महीने में पूरी हो जाएगी। प्रॉपर्टी बेचने की जिम्मेदारी सेबी ने एचडीएफसी रियलिटी व एसबीआई कैप को दी है।
दोनों कंपनियों ने सहारा समूह की प्रॉपर्टी की ई-नीलामी के लिए देशभर में सहारा समूह की 60 प्रॉपर्टी का पूरा डोजियर तैयार कर लिया है। इसमें मध्यप्रदेश के सात शहरों का भी जिक्र है। सहारा समूह ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि देशभर की 60 प्रॉपर्टी बेचकर उसे 20 हजार करोड़ रु. मिलेंगे।
कंपनियों का मायाजाल
सहारा समूह की प्रॉपर्टी की नीलामी के लिए जो डोजियर बनाया गया है, उसमें सिर्फ मध्यप्रदेश में ही उनके 40 से ज्यादा पार्टनर व सब्सिडरी कंपनियों की भी जानकारी शामिल है। एचडीएफसी व एसबीआई कैप ने अलग-अलग शहरों की प्रॉपर्टी में इन कंपनियों का भी सिलसिलेवार ब्योरा दिया है। साथ ही यह भी बताया है कि संबंधित प्रॉपर्टी में उन कंपनियों की कितनी हिस्सेदारी है।
किस शहर में सहारा की कितनी प्रॉपर्टी-
जबलपुर- कुल प्रॉपर्टी 99.40 एकड़: एनएच-12 जबलपुर-भोपाल रोड पर, तेवर व चित्तापर में त्रिपुर सुंदरी मंदिर के पास, सिटी सेंटर से 13 किमी, मार्केट वेल्यू 99.40 करोड़ रु.
रीवा- कुल प्रॉपर्टी- 58.45 एकड़ एनएच-7 पर इलाहबाद-जबलपुर रोड पर शिल्पी सिटी व रॉयल सिटी से लगी जमीन, सिटी सेंटर 4 किलोमीटर, कीमत- 125.66 करोड़ रु.
ग्वालियर कुल प्रॉपर्टी- 161.18 एकड़, कीमत- 169. 70 करोड़, ग्वालियर स्टेशन से 20 किमी
कटनी- 99.39 एकड़, चाका, सिटी सेंटर से 6 किमी दूर, कीमत- 228 करोड़ 60 लाख रु.
देवास- जैतपुरा में भोपाल रोड पर 107.24 एकड़, कीमत- 208.46 करोड़ रु.
भोपाल-ग्यारहमील बायपास पर 100 एकड़, कीमत अनुमानित- 150 करोड़ रु.
इंदौर-बिचौली बायपास पर 90 एकड़, कीमत 300 करोड़ रु. अनुमानित
नोट : भोपाल व इंदौर की प्रॉपर्टी का डोजियर में जिक्र नहीं है। यहां कुछ हिस्सा पहले ही बिक चुका है।