
भाजपा पार्षद के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद सांसद मनोहर ऊंटवाल, विधायक राजेंद्र वर्मा और महापौर सुभाष शर्मा सहित भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता नगर निगम में इकठ्ठा हुए थे. यहां से सभी पैदल ही एसपी ऑफिस पहुंचे। एसपी ऑफिस में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों ने सभी को गेट पर ही रोक लिया। पुलिस के कुछ नए जवानों ने सांसद को नहीं पहचाना। इसी बात पर विवाद हो गया और भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झूमाझटकी हो गई. इस दौरान एक जवान ने सांसद की कॉलर पकड़ ली।
इस पर भाजपा के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उन्होंने जबर्दस्ती एसपी ऑफिस में घुसने की कोशिश की, जिसकी वजह से हाथापाई की नौबत भी आ गई। बाद में एएसपी ने पहुंचकर मामला संभाला और सभी नेताओं को लेकर वह एसपी के पास पहुंचे।