छात्र को कान पकड़कर पूरे कॉलेज में घुमाया |
भोपाल। जिनके कंधों पर प्रताड़ितों के लिए संघर्ष की जिम्मेदारी है, वही प्रताड़ना के आरोपी निकले। मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के कॉलेज में एक छात्र को इतना प्रताड़ित किया गया कि वो डिप्रेशन में चला गया। उसे अस्पताल दाखिल करना पड़ा। ऐसे हालात में क्या उम्मीद करें कि कांग्रेस मप्र के शिक्षा माफिया के खिलाफ आवाज उठा पाएगी।
एमपी के खरगोन जिले के बोरावा में स्थित जी आर व्हाय फार्मेसी कॉलेज जिसके ट्रस्टी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और कसरावद विधायक सचिन यादव हैं, एक छात्र को प्रोफेसर द्वारा फेल करने की धमकी देते हुए प्रताड़ित किया गया। फार्मेसी का छात्र अंकुश पाटिल वायवा देने के लिए कॉलेज पहुंचा था। इस दौरान उसके पास किताबें नहीं होने से वो मोबाइल से पढ़ाई कर रहा था। पास से प्रोफेसर निखिलेश बिरला गुजरे तो वो ये सब देख नाराज हो गए और उन्होंने अंकुश को जमकर फटकार लगाई।
अगले ही दिन प्रोफेसर ने अंकुश को कॉलेज बुलाया, जहां उन्होंने उसे फेल करने की धमकी देते हुए कान पकड़कर सभी क्लास में घूमने की सजा सुना दी। पीड़ित छात्र अंकुश प्रिंसिपल डॉ. सुजीत पिल्लई के पास भी गया, लेकिन उसे वहां भी गालियां और धमकियां दी गईं। अंतत: छात्र अंकुश को कान पकड़कर कॉलेज के सभी क्लासरूम में घुमाया गया। इसके बाद अंकुश डिप्रेशन में चला गया और घर पहुंचने पर उसकी तबियत बिगड़ गई। जिस पर परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज जारी है। छात्र ने इस मामले में मानव अधिकार आयोग में लिखित शिकातय की है।