पटना। फेसबुक से दोस्ती हुई थी। युवती विश्वास कर मिलने आई। युवक ने धोखे से अश्लील वीडियो बनाया। फिर ब्लैकमेल कर शारीरिक संबंध बनाता रहा। इस्लाम धर्म अपनाने को मजबूर किया और निकाह का नाटक किया गया। इस्लाम धर्म की रीति-नीति नहीं मानने पर मारपीट की गई। जबरन गोमांस खिलाने की कोशिश की गई। दोस्तों के साथ संबंध बनाने को मजबूर किया गया। लड़की ने जब विरोध किया तो उसे मायके के पास ले जाकर छोड़ दिया गया।
दोस्ती, प्यार और विवाह के नाटक तथा असहनीय अत्याचार से त्रस्त युवती रविवार को पटना के एसएसपी के पास पहुंचकर टूट गई। रोते-रोते पूरी कहानी सुनाई। इस संबंध में केस दर्ज किया गया है तथा पटना के फुलवारीशरीफ से कथित पति के भाई समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं कथित पति की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा की रहने वाली युवती पिछले वर्ष फुलवारीशरीफ के युवक आसिफ की फेसबुक फ्रेंड बनी। मोबाइल नंबर एक्सचेंज हुआ तो वाट्सऐप पर भी बात हुई। आसिफ मिलने का दबाव बनाता था। अगस्त में वह अपने रिश्तेदार के घर पटना के जक्कनपुर आई तो दोनों मिले।
युवती का आरोप है कि आसिफ उसे मीठापुर के पास एक होटल में ले गया। वहां नशीली दवा खिला दी। होश में आने पर लड़की को लगा कि कुछ गलत हुआ है। इसके बाद युवक का असली रूप दिखा। उसने अश्लील वीडियो बना ली थी। तस्वीरें भी उसके मोबाइल में थीं। फिर युवक ब्लैकमेल करने लगा कि सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालकर बदनाम कर देगा।
इस पर डरी-सहमी युवती कोलकाता लौट गई। आसिफ उसे संबंध बनाए रखने के लिए डराता रहा। इस वर्ष जनवरी में आसिफ ने उससे शादी का प्रस्ताव रखा। अपने एक भाई को भेजकर उसे पटना बुलाया। उसके बाद अत्याचार वाले दिन शुरू हो गए।
डराकर करता था दुष्कर्म
आसिफ लड़की की मम्मी और पापा से बोलता था कि लड़की खुश है और साथ है। उसे पटना के एक अपार्टमेंट में रखा गया। वह डराकर दुष्कर्म करता था। कुछ दिन बाद अचानक एक दिन युवती को गांधी मैदान थाना इलाके के एक पार्क में ले जाया गया। वहां मौलवी को बुलाकर उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। कहा गया कि इस्लाम अपनाओ, फिर निकाह होगा।
उसका नाम आयशा रखा गया। फिर आसिफ ने युवती को अपने एक दोस्त के फ्लैट में रख दिया। आसिफ छोटी-छोटी बात पर मारपीट करता था। गर्भपात भी करवाया। उसके घरवाले यह कहते थे कि अभी पूरी तरह से इसने नए धर्म को नहीं माना है। रीति-रिवाज सिखाने के लिए उसे मार्च, 2016 में फुलवारीशरीफ के मदरसे में भेज दिया गया। उसे गोमांस खाने को बाध्य किया गया। युवती का कहना है कि वह धर्म परिवर्तन को स्वीकार नहीं कर पाती थी।
गलती होती थी तो मारा-पीटा जाता था। आसिफ के घरवाले इस अत्याचार में शामिल थे। दोस्तों के साथ संबंध बनाने का दबाव भी दिया गया। जब वह अधिक विरोध करने लगी तो उसे हावड़ा स्टेशन पर पहुंचाकर आसिफ पटना भाग आया। इस संबंध में एसएसपी मनु महाराज का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।