लखनऊ। विलय निरस्त किए जाने से समाजवादी पार्टी से खफा कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेहद घमंडी हो गए हैं। उनके आगे अब बीमार सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की भी नहीं चलती।
आलम यह है कि सूबे के युवा मुख्यमंत्री का लक्ष्य प्रदेश में नफरत फ़ैलाने वाली ताकतों, हौसला बुलन्द अपराधियों, सत्ता से जुड़े हुए भ्रष्टाचारियों ,बेलगाम नौकरशाहों, लूट खसोट व कमीशनखोरी में लिप्त भ्रष्ट अधिकारियों, बेलगाम कानून व्यवस्था को नियंत्रित करना न होकर मात्र कौमी एकता दल विधायक मुख्तार अंसारी को निशाना बना कर कट्टरपंथी ताकतों का समर्थन हासिल करना है।
कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफज़ाल अंसारी ने कहा कि हमें किसी भी पार्टी की जरूरत नहीं है। हम आगामी 2017 के चुनाव में पूर्वांचल में पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेंगे और सांप्रदायिक पार्टी भाजपा को सत्ता में आने से रोकेंगे। साथ ही समाजवादी पार्टी को उसकी औकात याद दिला देंगे।
अंसारी ने कहा कि मुख्तार किसी परिचय का मोहताज नहीं है। समाजवादी पार्टी ने खुद ही समय-समय पर उसके नाम का इस्तेमाल अपने चुनावी फायदे के लिए किया है।