कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने पहली बार राज्य में देह व्यापार करने वालों और एचआईवी से पीड़ित गरीब रोगियों को दो रुपये प्रति किलो की दर से चावल देने का निर्णय किया है। राज्य खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा कि, यह योजना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर बनाई गई है।
जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि, देह व्यापार करने वालों और एचआईवी से पीड़ित गरीब रोगियों को दो रुपये प्रति किलो की दर से चावल दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि गरीब कुष्ठ रोगियों मूक और बधिर बच्चों को भी इस योजना के पहले चरण में शामिल किया जाएगा। इस योजना के लिए राज्य के करीब एक लाख लाभार्थियों की पहचान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में देह व्यापार करने वालों और एचआईवी से पीड़ित रोगियों की पहचान करने के लिए राज्य खाद्य विभाग कुछ ही दिनों में एक सर्वेक्षण शुरू करने वाली है।
मलिक ने कहा कि, अगले छह महीनों में सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो जाएगा और अगले वर्ष जनवरी से योजना को लागू किया जाएगा। देह व्यापार करने वाले बुजुर्ग और बीमार लोग वर्तमान में कष्ट झेल रहे हैं। इसलिए यह योजना उन्हें रियायती दर पर चावल देकर कुछ हद तक उनकी मदद करेगा। यह योजना राज्य में एचआईवी से पीड़ित गरीब रोगियों के लिए भी हैं।