भोपाल। मध्य प्रदेश के मंडला जिले में पुलिस के टॉर्चर से परेशान दो भाइयों ने जिंदगी दांव पर लगा दी। इसमें से एक की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। इस मामले में आईजी डीसी सागर ने जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने दोनों भाइयों को एक मर्डर के आरोप में उठाकर लॉकअप में करंट लगाकर टॉर्चर किया था।
यह है मामला...
मंडला जिले के बम्हनी थाना क्षेत्र के गंगोरा गांव में रहने वाले विजय(37) ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। वहीं उसके बड़े भाई गिरीश नंदा ने भी जहर खा लिया। वे पहले भी सुसाइड करने की कोशिश कर चुके थे। अंजनिया पुलिस चौकी इलाके के गंगोरा गांव में 20 अप्रैल को कामता प्रसाद का शव मिला था। पुलिस ने इस मामले में शक के आधार पर विजय और गिरीश को उठाकर काफी टॉर्चर किया। उन्हें लॉकअप में करंट तक दिया गया। इसके बाद से दोनों भाई सहमे हुए थे। बुधवार सुबह घटना की जानकारी लगते ही गांव में तनाव फैल गया। सुरक्षा के मद्देनजर गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
पुलिस की लापरवाही सामने आई..
कामता प्रसाद की पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया, लेकिन मामले को नहीं सुलझा पाई। गांव वालों का आरोप है कि अंजनिया चौकी प्रभारी अभिषेक उपाध्याय ने इन दोनों भाइयों को काफी टॉर्चर किया। यहां तक कि कोरे कागज पर दोनों से साइन करने तक का दबाव बनाया था।