![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjGDxQ9yUBHmJo2IK-e1nRm8yhPn3KEDCtLKa5lrLB8CGVk-UUdt6-2Xv_kFsjkYEh-BgbJ6434AX3QyS51rFJ-SGT6r2pjHWM68guq-UXiAG7P2BgGtS4Y4ERKLm9gqtM8JSWyoZtfP0C5/w450-c-h250/MPPSC+copy.png)
उम्मीदवार विभिन्न संदर्भ किताबों का हवाला देकर कह रहे हैं कि पीएससी द्वारा जारी की गई मॉडल आंसरशीट में भी चार प्रश्नों के जवाब या तो गलत हैं या प्रश्न के अनुसार सही जवाब उनके साथ दिए विकल्पों में हैं ही नहीं। पीएससी ने आंसरशीट के जवाबों पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए सात दिन का समय दिया है।
हालांकि इस बार पीएससी सिर्फ ऑनलाइन आपत्ति ही दर्ज कर रहा है। शनिवार दिनभर उम्मीदवार कोशिश करते रहे कि आपत्ति आयोग तक भेजी जाए, लेकिन ऑनलाइन लिंक ही नहीं खुली। पीएससी की शर्त के कारण उम्मीदवार लिखित आपत्ति भी नहीं भेज सकते। दूरदराज के क्षेत्रों के उम्मीदवारों के लिए भी ऑनलाइन आपत्तियां दर्ज कराना आसान नहीं होगा। इधर आयोग का कहना है कि यदि किसी को लिंक खोलने में परेशानी आ रही है तो वह पीएससी के अधिकारी को ई-मेल पर भी आपत्तियां भेज सकता है।
इन जवाबों पर सवाल
उम्मीदवारों और पीएससी की कोचिंग दे रहे विशेषज्ञों ने पीएससी के चार जवाबों को गलत बताकर सवाल खड़े किए हैं। चारों सवाल सामान्य अध्ययन के हैं।
ओलिंपिक में फुटबाल को किस वर्ष शामिल किया गया
पीएससी ने 1896 को दर्शाया है। उम्मीदवारों का दावा है कि सही जवाब 1900 है।
मप्र में पंचवर्षीय योजना की शुरुआत कब हुई
पीएससी ने 11 नवंबर 1956 का जवाब सही माना है, जबकि उम्मीदवारों का दावा है कि प्रदेश में तीसरी पंचवर्षीय योजना से शुरुआत हुई थी, जो विकल्प में है ही नहीं।
मप्र खनिज नीति किस वर्ष घोषित हुई
पीएससी ने इसका जवाब 2002 माना है, जबकि पहली खनिज नीति 1995 में घोषित हुई। अभी जो नीति लागू है, वो 2011 की है। ऐसे में पीएससी का सवाल और जवाब खांचे में फिट नहीं बैठ रहे।