
शिकायतकर्ताओं ने डेवलपमेंट के नाम पर 55 हजार रुपए अतिरिक्त वसूलने और करार के तहत सुविधाएं नहीं देने की शिकायत भी की है। कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। समृद्धि फेस-1 परिसर रहवासी संघ के अध्यक्ष बंटी गौर, सचिव आनंद दीक्षित और दीपक पटेल के मुताबिक उन्होंने 2014 में यहां फ्लैट खरीदे थे। बिल्डर ने न तो बिजली कनेक्शन कराकर दिए और न पानी का कनेक्शन कराया। सीवर लाइन इतनी घटिया है कि आए दिन चौक होती है। किसी भी मामले में बिल्डर के पास जाओ तो वह खुद को मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बताकर धमकाता है कि वह अब कुछ नहीं करेगा, सब रहवासियों को खुद ही करना पड़ेगा।
रहवासियों की शिकायतें
अनुबंध के मुताबिक फ्लैट का पजेशन देते समय न बिजली कनेक्शन कराया न पानी का इंतजाम किया। जबकि थ्री फेस कनेक्शन का शुल्क पहले ही फ्लैट खरीदारों से ले लिया गया था। लोगों ने खुद ही बिजली कनेक्शन करवाए।
मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में लिफ्ट भी नहीं लगवाई, जबकि फ्लैट के अनुबंध में लिफ्ट होने की शर्त थी।
किचन और बरामदे के बीच दीवार का निर्माण भी फ्लैट के अंदर नहीं कराया गया।
करार के मुताबिक कॉलोनी के लेआउट प्लान में पार्क व सामुदायिक भवन निर्माण कराया जाना था, लेकिन न पार्क और न सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया।
कॉलोनी में पूरा हो चुका है 90 फीसदी काम
समृद्धि फेज-1 में कुछ रिटायर्ड लोग हैं, जो बार-बार छोटी-छोटी बातों को लेकर शिकायत करते हैं। मैंने किसी को भी सीएम के नाम पर नहीं धमकाया है। कॉलोनी में 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। जो काम बचा है वह गर्मी में लेबर नहीं मिलने के कारण रुका हुआ है।
मृगेंद्र सिंह, चौहान
संचालक, समृद्धि देवकॉन प्राइवेट लिमिटेड