हाल ही में बिहार में शिक्षा क्षेत्र में एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ। गुजरात में कुछ वैसा ही मिलता जुलता नजारा दिखता हुआ लग रहा है। सामने आया है कि बहुत से कक्षा 10 के छात्रों को गुजरात में नहीं पता कि त्रिभूज और गोले में क्या अंतर है। गौरतलब बात है कि ये छात्र कोई पढाई में कमजोर प्रदर्शन करने वाले नहीं बल्कि 90 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले हैं।
कुछ छात्रों को त्रिभुज में चार साइड लगती हैं तो वहीं अन्य रेखा पर अंक ही नहीं पहचान सके। कुछ ऐसे भी छात्र थे जो सामान्य जोड़ और घटाव भी नहीं कर सके। इससे भी अधिक आश्चर्यजनक बात है कि कुछ छात्रों ने दावा किया कि सीसीटीवी कैमरे के बिल्कुल नीचे उन्हें टीचर ने सही उत्तर बता दिए थे वहीं कुछ के अनुसार उन्हें खिड़कियों में से सही उत्तर की आवाजें सुनाईं दे रही थीं।
शिक्षक इस तरह के किसी भी आरोप को सिरे से नकार रहे हैं। उनका कहना है कि तीन महीने के दौरान छात्र सब कुछ सीखा हुआ भूल चुके हैं।