भोपाल। बिकाऊ बाला बच्चन का आरोप लगने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा में सिंहस्थ घोटाले की कुछ और पर्तें खोलीं। विधायक रामनिवास रावत ने 800 रुपए की दर पर ऑटो पार्ट्स की दुकान से 16 करोड़ के मटके लेने और डिवाइडर पर 150 करोड़ रुपए की घास लगाने में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। जीतू पटवारी ने सिंहस्थ में 1625 रुपए की एक नाश्ते की प्लेट और 14 हजार रुपए का थर्मस खरीदने के दस्तावेज दिखाए।
ब्लैक लिस्टेड कंपनी को 117 करोड़ का काम दे दिया
कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने कहा कि अनुपूरक बजट में बकाया भुगतान के लिए फिर 400 करोड़ का प्रावधान कर दिया गया है। 2004 के सिंहस्थ में जिस कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया गया था, उसे 117 करोड़ रुपए का काम दे दिया गया। 35 हजार शौचालय में से 40 फीसदी तो बने ही नहीं और भुगतान हो गया। कचरा उठाने का ठेका 40 करोड़ में दे दिया।
लघु उद्योग निगम लूट उद्योग निगम बन चुका है। एमपी एग्रो कार्पोरेशन में वही अधिकारी एमडी बना, जो मुख्यमंत्री का करीबी है। आखिर क्या वजह है कि 1200 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी कुपोषण में मध्यप्रदेश देश में दूसरे नंबर पर है।