गुवाहाटी। असम शुक्रवार को भी बाढ़ की चपेट में रहा। भारी बारिश और अरुणाचल प्रदेश एवं भूटान के उपर जल संग्रहण क्षेत्रों में निरंतर बारिश के चलते नदियों का जल स्तर बढ़ने से इस राज्य में अनुमानित 19 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जिलों में लखीमपुर, गोलाघाट, बोंगईगांव, जोरहट, धेमाजी, बारपेटा, गोलपाड़ा, धुब्री, दर्रांग, मोरीगांव और सोनितपुर शामिल हैं। अन्य प्रभावित जिले हैं- शिवसागर, कोकराझार, डिब्रुगढ़, तिनसुकिया, विश्वनाथ, नालबारी, बासका, उदलग्लुरी, कामरूप, चिरांग।
गुवाहाटी, जोरहट में नेमाटीघाट, सोनितपुर में तेजपुर, गोलपाड़ा और धुब्री में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। प्रभावित लोगों को राहत उपलब्ध कराने के लिए सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में आवश्यकता के मुताबिक राहत सामग्री वितरित की गई है और जिला प्रशासनों के पास अग्रिम में कोष उपलब्ध कराया गया है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना प्रभावित आबादी को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने में जिला प्रशासन की मदद कर रही है। इस बाढ़ से कुल 19 लाख लोग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं। इस बीच, बाढ़ के चलते अपनी मां से अलग हुए गैंडे के आठ बच्चों को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव पुनर्वास एवं संरक्षण केन्द्र (सीडब्ल्यूआरसी) की टीम द्वारा बचाया गया।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानन्द सोनोवाल ने धुब्री और चिरांग जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का आज दौरा किया और जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव अभियानों में तेजी लाने का निर्देश दिया।