भोपाल। मप्र की आर्थिक राजधानी और बढ़ते क्राइम का गढ़ इंदौर से खरगोन के एक बैंक मैनेजर को किडनेप कर लिया गया। वो इंदौर में अपनी आखों की जांच कराने आए थे। किडनेपिंग किसने की है, इसका पता तो नहीं चल पाया लेकिन किडनेपर्स ने 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी है।
जानकारी के अनुसार, बैंक मैनेजर मुकुल माथुर 2 दिन पहले आंखों का इलाज कराने के लिए अपनी कार से इंदौर आए थे। शनिवार रात को आंखों का चेकअप कराने के बाद मुकुल ने अपनी पत्नी प्रिया को फोन कर थोड़ी देर बाद बड़वाह के लिए रवाना होने की बात कही थी। मुकुल की पत्नी के मुताबिक शनिवार रात भर वह अपने पति का इंतजार करती रही। रविवार तड़के तक मुकुल के घर नहीं लौटने और दोनों मोबाइल फोन बंद होने पर पत्नी ने असिस्टेंट मैनेजर मनमोहन विश्वकर्मा को पूरे मामले की जानकारी दी।
मनमोहन विश्वकर्मा ने एक अन्य बैंककर्मी के साथ मिलकर बड़वाह पुलिस को अपने सीनियर अफसर के लापता होने की सूचना दी। इसी दौरान रविवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे मुकुल के साले शिशिर के मोबाइल फोन पर एक फोन आया। मुकुल के नंबर से आए इस फोन कॉल में उसे अगवा करने और सुरक्षित छोड़ने के एवज में 25 लाख रुपए की डिमांड की गई। थोड़ी देर बाद मुकुल की पत्नी से भी बात कराई गई थी। चुंकि, मुकुल की आखिरी लोकेशन इंदौर में मिली थी। इस आधार पर परिजन शिकायत दर्ज कराने के लिए इंदौर पहुंचे।
यहां डीआईजी से मुलाकात के बाद क्राइम ब्रांच को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है। मुकुल के दोनों मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं। उसकी आखिरी लोकेशन आगर-पिपलोन मिल रही है। CCTV फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस बैंक मैनेजर की तलाश कर रही है।