
विधायकों को होटल की खिड़की से बाहर झांकने की तक की इजाजत नहीं थी। होटल के बाहर आतंकियों की लाश रखकर उग्रवादी प्रदर्शन कर रहे थे। घाटी जाने वाली विधायकों की टीम में शामिल भोजीपुरा के विधायक शहजिल इस्लाम ने दिल्ली पहुंचने पर ‘हिन्दुस्तान’ को फोन पर आपबीती सुनाई।
शहजिल इस्लाम ने बताया कि कश्मीर की लेखा समिति का अध्ययन करने के लिए यूपी की स्थानीय निधि लेखा परीक्षा समिति घाटी गई थी। समिति में मेरे साथ फरीदपुर विधायक सियाराम सागर, कानपुर के किदबई नगर सीट से विधायक अजय कपूर, मोहाबा के विधायक राज नारायण बुधौलिया, खीरी के बाला प्रसाद अवस्थी, शहाजहांपुर की कटरा से विधायक राजेश यादव शामिल थे। शहजिल ने बताया कि जिस दिन हम कश्मीर पहुंचे वहां बवाल हो रहा था।
हिजबुल का आतंकी बुरहान वानी की मुठभेड़ में मौत के बाद लोग उग्र प्रदर्शन कर रहे थे। हम लोगों को श्रीनगर के होटल ग्रांड मुमताज में ठहराया गया था। जैसे ही प्रदर्शनकारियों को होटल में विधायकों के ठहरने की जानकारी हुई बवाल और भड़क गया। उग्रवादी अपने साथियों की लाश होटल के बाहर रखकर प्रदर्शन करने लगे। कश्मीर के एडीजी ने तुरंत ही समिति में शामिल सभी विधायकों को सुरक्षा घेरे में ले लिया। होटल के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए। शहजिल ने बताया कि दहशत में तीन दिन गुजरे। बाहर झांका तक नहीं। सभी विधायकों को एक कमरे में रखा गया था। फोन और नेट की सेवा ठप हो गई थी। सोमवार को हमें श्रीनगर से जम्मू लाया गया। मंगलवार को दोपहर एक बजे जम्मू से फ्लाइट दिल्ली के लिए उड़ी। घाटी के हालात बहुत खराब हैं। वहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो रही हैं।