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बड़ी गड़बड़ फिर भी मात्र नोटिस
कलेक्टर संजय गोयल, सीईओ जिपं नीरज कुमार सहित तत्कालीन सीईओ जिपं इलैया राजा टी सभी की जानकारी में यह बड़ी गलती पकड़ में आई लेकिन जनपद सीईओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। सवाल यह है कि इतना बड़ा भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया। क्या कोई पॉलिटिकल प्रेशर काम कर रहा है।
क्या है मामला
2012 में सीईओ जनपद पंचायत भितरवार के पद पर रहने के दौरान राजीव मिश्रा ने भितरवार के 31 गुरुजियों को संविदा शिक्षक वर्ग-3 के पद पर संविलियन कर संशोधन आदेश जारी कर दिया। बिना परीक्षा पास कराए ही 31 शिक्षकों को संविलियन मिला और 15 प्रतिशत वेतन भी बढ़ गया। यह आदेश 3 जुलाई 2012 को जारी किया गया। यह मामला जिला पंचायत तक पहुंचा तो तत्कालीन सीईओ जिला पंचायत इलैया राजा टी ने नोटिस जारी किए और शिकायत शाखा से जांच शुरू कराई। इसके बाद कलेक्टर डॉ संजय गोयल व नए सीईओ जिला पंचायत नीरज कुमार सिंह ने भी नोटिस जारी किए लेकिन जांच पूरी नहीं हुई है।
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जनपद पंचायत मुरार के सीईओ राजीव मिश्रा द्वारा भितरवार जनपद सीईओ रहने के दौरान 31 शिक्षकों को बिना परीक्षा पास किए ही संविदा शिक्षक वर्ग 3 बनाए जाने के मामले की जांच चल रही है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नीरज कुमार,
सीईओ,जिला पंचायत
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भितरवार जनपद के कार्यकाल के दौरान मैंने ऐसा कोई संशोधन आदेश जारी किया,ये तो मुझे याद नहीं आ रहा है। इसके लिए भितरवार जाकर देखना पड़ेगा कि मैंने क्या आदेश दिया। अभी कुछ ध्यान नहीं है।
राजीव मिश्रा,
सीईओ,जनपद मुरार
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अपने ही स्तर पर एक जनपद सीईओ ने मनमाने ढंग से आदेश जारी कर दिए और उसे सिर्फ नोटिस ही देने की कार्रवाई की जा रही है तो वरिष्ठ अधिकारी शायद खुद ही मिल गए हैं। निलंबन अब तक क्यों नहीं हुआ, मैं अब अपने स्तर पर मामले को दिखवाऊंगा।
गोपाल भार्गव,
मंत्री, पंचायत एवं ग्रामीण विकास