भारी बारिश के बाद पिथौरागढ़ और चमोली में शुक्रवार तड़के हुए भूस्खलन मेंं 34 लोगों की जान चली गई. पिथौरागढ़ मेंं 25 और चमोली मेंं 9 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। प्रशासन ने भी इसकी आधिकारिक पुष्टि कर दी है। इस घटना पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों से बात हो गई है। बचाव दल को रवाना कर दिया गया है। उन्होेंने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र धारचूला में भ्ाी में काफी नुकसान हुआ है।
बताया जा रहा है कि नोलडा, सिंघालि और बलतडी में बारिश से सबसे ज्यादा तबाही हुई हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि गुरुवार रात से इलाके में काफी जोरों की बारिश हो रही थी। बारिश के बाद इस इलाके के 12 से ज्यादा घर जमीदोंज हो गए. साथ ही यहां की संचार और सड़क सेवाएं भी बंद हो गई हैं. देहरादून ऑफिस से इलाके के प्रशासनिक अफसरों का संपर्क नहीं हो पा रहा है।
हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों को कहना है कि आपदा प्रबंधन की टीम को इसकी सूचना दे दी गई है, जल्द ही वह प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हो जाएगी। उधर, गढ़वाल में भी भारी बारिश ने चार धाम यात्रा को प्रभावित किया है. यहां भू-स्खलन के बाद बद्रीनाथ जाने वाला रास्ता भी कट गया है।