सरकार ने बालाघाट के 50 हजार किसानों को घटिया बीज थमाए | Poor soybean seed

Bhopal Samachar
सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। मध्यप्रदेश के प्रमुख धान उत्पादक बालाघाट जिले में 50 हजार से भी अधिक किसानों ने जिन्होने बीज उत्पादक सहकारी समितियों और बीज विक्रेताओं से बीज खरीदा था उसके अंकुरण ना होने से अपना माथा पीट लिया है। किसानों के साथ पिछले 3 वर्षो से अमानक बीज बिक्री की आड में ठगी की जा रही है। इस वर्ष सहकारिता विभाग ने बीज विक्रय की योजना बनाई जिसमें लगभग 12 बीज उत्पादक सहकारी समितियों द्वारा उत्पादित धान बीज को सहकारी समिति के माध्यम से किसानों को विक्रय किये जाने की योजना बनाई जिसकी आड में अमानक बीज बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है।

बीज उत्पादक समितियों ने अमानक बीज जो उन्हें कृषि विभाग द्वारा दिया गया है उसे अपनी समिति के नाम पर बैग लेबल और टेग लगाकर सहकारी समितियों को बिक्री के लिये भिजवाया था। अनुदान एवं ऋण के माध्यम से बीज लेकर किसानों ने जून माह के पहले सप्ताह में ही रोपणी में बीज के बोआई कर दी थी। जून के अंतिम सप्ताह में नर्सरी में तैयार खार से रोपाई का कार्य शुरू हो जाता है लेकिन रोपणी में जब धान बीजों से अंकूरण ही नही हुआ किसान के हिस्से में हताश ही हाथ लगी अब वह दोबारा बीज बौने की तैयारी कर रहा है।

अनेक पीडित किसानों ने अवगत कराया की उपयुक्त समय पर बौनी और रोपाई होने से धान का उत्पादन अच्छा होता है लेकिन अंकूरण ना होने से अब दुबारा बौनी करनी पड रही है। बालाघाट जिले में अमानक बीज का कारोबार बीज उत्पादक सहकारी समितियों और बीज विक्रेताओं द्वारा किया जा रहा है जिसमें कचरा मिश्रित खराब धान को पैक कर किसानों को बेच दिया गया। इस बात की शिकायते उजागर होने के बाद सहकारिता विभाग और कृषि विभाग एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारो लगाकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहें है।

यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि बालाघाट जिले में महाराष्ट और मध्यप्रदेश की नामचीन कंपनीयों के नाम से बैग की रिपेकिंग कर अमानक धान भारी मात्र में बेच दी गई इस कारण धान में अंकूरण ना होने की शिकायत जिले के अनेक स्थानों से आ रही है।

महाराष्ट हिंगणघाट स्थित यशोदा नामक कंपनी द्वारा बालाघाट जिले में बेचे गये अमानक धान बीज के अंकूरण ना होने की शिकायत किसानों द्वारा की जा रही है वे बीज विक्रेताओं की दुकान पर पहुंचकर अंकूरण ना होने की शिकायत कर रहे है उधर बीज विक्रेेताओं ने अपने हाथ खडे कर दिये और कंपनी को बताने और उनसे मुआवजा दिलाने का दिलास दिला रहें है। इसी कंपनी का धान बीज सांसद बोधसिंग भगत द्वारा भी खरीदा गया है उनके खेत में भी बीज बोये जाने पर अंकूरण ना होने की जानकारी मिली है। ये विसंगतियां बालाघाट जिले में हुई है जो कृषि मंत्री श्रीगौरीशंकर बिसेन का गृह जिला है।

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