नई दिल्ली। सीबीआई ने सोमवार को केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों पर भ्रष्टाचार करने का आरोप है। सीबीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए लोगों पर 50 करोड़ के करप्शन के आरोप हैं। वहीं, गिरफ्तारी के बाद मनीष सिसोदिया ने सीबीआई की कार्रवाई के तरीके पर सवाल उठाया है।
सीबीआई ने बताया कि राजेंद्र ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एंडओवर नाम की एक प्राइवेट कंपनी को फायदा पहुंचाया। अरेस्ट किए गए लोगों में सीएम ऑफिस में डिप्टी सेक्रेटरी, एंडेवर कंपनी के दो अधिकारी और एक अन्य शख्स शामिल है।
गिरफ्तार लोगों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इनमें प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार, 2 डिप्टी सेक्रेटरी- तरुण शर्मा व संदीप कुमार, दिनेश गुप्ता (एंडएवर के अधिकारी) और अशोक कुमार प्राइवेट कंपनी के तत्कालीन निदेशक शामिल हैं। सबको सीबीआई ने सोमवार को लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। सीबीआई का दावा है कि अरेस्ट किए गए 5 लोगों के खिलाफ उसके पास पक्के सबूत हैं।
सीबीआई ने राजेंद्र कुमार पर पद के दुरुपयोग और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट लगाया है। आपको बता दें कि राजेन्द्र कुमार अरविंद केजरीवाल के नजदीकी अधिकारियों में से एक हैं और 1989 बैच के आईपीएस अफसर हैं। इनकी तैनाती फरवरी माह में सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रमुख सचिव के रुप में की गई थी।
गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केन्द्र की सरकार आम आदमी पार्टी की सरकार की बढ़ रही लोकप्रियता से घबराकर इस तरह की कार्यवाई कर रही है।