भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फार्मूला 75 के नाम पर गृहमंत्री बाबूलाल गौर को मंत्रीमंडल से तो निकाल दिया लेकिन वो विधायक अब भी हैं। माना जा रहा है कि बाबूलाल गौर अब और ज्यादा मुखर हो जाएंगे। इसकी उम्मीद पुख्ता भी हो रही है। पहली बार उन्होंने प्रश्नोत्तर काल के लिए 2 सवाल दागे हैं। उन्होंने पूछा है कि तीन साल में कितना निवेश आया, उत्पादन और रोजगार की स्थिति भी बताएं। इस सवाल के साथ ही उन्होंने बता दिया कि वो केवल बयानवीर नेता नहीं हैं, ज्ञानवान और धैर्यवान भी हैं। उनके फेसबुक फालोअर्स हों या ना हों, राजनीति में फालोअर्स की संख्या कम नहीं है।
भाजपा सरकार में लगातार मंत्री होने से गौर को सवाल पूछने का अवसर नहीं मिला, जबकि विपक्ष में रहते हुए उन्होंने खूब सवाल और ध्यानाकर्षण लगाए थे। ये पहला मौका है जब मानसून सत्र में गौर ने अपनी ही सरकार से दो सवालों के जवाब मांगे।
सवाल 1: मानसून सत्र के लिए गौर ने प्रदेश में पिछले तीन साल के दौरान आए निवेश का सवाल पूछा। इसमें उन्होंने जानना चाहा है कि इन्वेस्टर्स मीट कहां-कहां हुईं, कितना खर्च हुआ? कितने लोगों को रोजगार मिला और उत्पादन की स्थिति क्या रही?
सवाल 2: भोपाल जिले की कौन-कौन सी सड़कों को निर्माण के लिए योजना के तहत लिया गया है। योजना के तहत कौन-कौन सी सड़कें ली गईं। काम की स्थिति क्या रही? यदि काम शुरू नहीं हुआ तो दोषी कौन है।
शंकराचार्य ने भेजा आशीर्वाद
गौर ने बताया कि सोमवार को द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निज सचिव सुबुद्धानंद ब्रह्मचारी को फोन भी आया। उन्होंने गौर को संदेश दिया कि महाराज श्री का आशीर्वाद आपके साथ है।