श्रीनगर। कश्मीर की घाटी में एक आतंकी को मार गिराए जाने के बाद बेकाबू हुए उसके समर्थकों की भीड़ ने अब तक 17 लोगों को मार डाला, जबकि हजारों मारपीट के शिकार हुए। आतंकी समर्थकों ने अमरनाथ यात्रियों को घेरकर मारपीट की एवं पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाए। गुजरात से आए श्रृद्धालुओं को मोदी समर्थक मानकर बेरहमी से पीटा गया।
शनिवार रात कश्मीर में उग्र भीड़ ने अमरनाथ श्रद्धालुओं के कई वाहनों पर पत्थरबाजी की। पथराव में दर्जनों वाहन क्षतिग्रस्त हुए और कई श्रद्धालु घायल हुए। सभी श्रद्धालु किसी तरह से वहां बच निकले। दिल्ली के निवासी सौरभ व विनोद कुमार के साथ गुजरात से सागर, संतोष, गोविंद व निलेश, चंडीगढ़ से आए राजबीर ढिल्लों व गुरजीत मान व अन्य श्रद्धालु बुरी तरह से सहमे हुए थे। उन्होंने बताया कि दर्शन करने के बाद वह जब आधार शिविरों से रवाना हुए तो स्थिति बिलकुल सामान्य थी, मगर रात को अचानक ही सबकुछ बदल गया। लोग लाठियां और पत्थर लेकर सड़कों पर उतर आए। श्रद्धालुओं के वाहनों को भी निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कहीं कोई सुरक्षा कर्मी या सेना का जवान नजर नहीं आ रहा था। सौरभ ने बताया कि बचते हुए वह सेना के कैंप के पास पहुंचे, जिस वजह से वह बच निकले अन्यथा कोई नहीं बचता।
पाकिस्तान जिंदाबाद के लगवाए नारे
श्रद्धालुओं ने कहा कि भीड़ का एक ही मकसद था अमरनाथ यात्रा के वाहनों को अपना निशाना बनाना। कई वाहनों को घेरकर उसमें सवार पुरुष, बच्चों और महिलाओं तक से मारपीट की गई। इसके बाद पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने को कहा गया और न लगाने पर जान से मारने की धमकियां दी गई। नारे लगवाने के बाद भीड़ ने मारपीट के बाद छोड़ा। उन्होंने कहा कि गुजरात के श्रद्धालुओं को तो मोदी का शहर का बता कर उनके साथ और भी ज्यादा मारपीट की गई।
हिंसक भीड़ ने फूंके कई वाहन
जान बचा कर लौटे श्रद्धालुओं ने बताया कि कई वाहनों को भीड़ ने जला दिया। जलते वाहनों को देख उनका डर और भी बढ़ गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऊधमपुर जिला का कोई वाहन घाटी में नहीं आना चाहिए। आने पर तोड़ दिया जाएगा।
मदद के लिए नहीं आई पुलिस
श्रद्धालुओं ने बताया कि अवंतीपोरा में जब उनके वाहन पर भीड़ ने हमला किया, तो उन्होंने पुलिस मदद के लिए 100 नंबर डायल किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। टनल के दूसरी तरफ सड़क पर न अर्धसैनिक बल के जवान दिख रहे थे, न सेना के और पुलिस वालों से मदद मांगते ही डर लगता था। किसी तरह बच बचा टनल पार करने पर उनकी जान में जान आई और राहत की सांस ली।
पुलिस के मोबाइल बंकर को नदी में फैंका
हिंसक भीड़ ने अनंतनाग के पास संगम पुल पर पुलिस के एक मोबाइल बंकर को झेलम नदी में फेंक दिया है। संबधित सूत्रों के मुताबिक बंकर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह खुद को समय रहते बचाया, लेकिन एक पुलिसकर्मी बंकर में ही रह गया था जिससे उसकी मौत हो गई।
अमरनाथ यात्रा भी रुकी हुई है
हालात नियंत्रण से बाहर हैं। सरकार अमरनाथ यात्रियों तक को सुरक्षा नहीं दे पा रही है। आईजी दानीश राणा ने कहा है कि अमरनाथ यात्रा राज्य की स्थिति पर निर्भर करती है। एक बार स्थितियां अनुकुल हो जाएं तो यात्रा फिर शुरू कर दी जाएगी। हम इस प्रयास में हैं कि यात्रियों को कोई परेशानी ना आए। हम कश्मीर में हमारे समकक्षों से लगातार संपर्क में हैं।
कई जगहों पर लगा कर्फ्यू
राज्य में कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। कुलगाम, अनंतनाग, त्राल, कोकरनाग और 7 पुलिस थाना इलाके में प्रशासन द्वारा कर्फ्य लगाया गया है। वहीं अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक की स्थिति में सुधार नहीं होगा, तब तक इंटरनेट की सेवा चालू नहीं होगी।