इलाहाबाद। अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल के मंत्री बनाए जाने से उनकी अपनी मां ही नाराज हैं। उनका कहना है कि जो लड़की अपनी मां की नहीं हुई वो मोदी की क्या होगी। मोदी के इस फैसले से अनुप्रिया के ज्यादातर परिवारजन नाराज हैं। मंत्रियों में यह अकेला ऐसा परिवार है जहां बेटी के मंत्री बनने पर खुशी नहीं गुस्सा है। कानपुर में उनके घर में जश्न के बजाए आक्रोश दिखाई दे रहा है। अनुप्रिया की मां कृष्णा पटेल और परिवार के दूसरे लोगों ने तो इस मौके पर टीवी पर भी बेटी को देखना पसंद नहीं किया।
पूरे शपथ ग्रहण के दौरान घर में लगे टीवी सेट बंद पड़े रहे। इतना ही नहीं मां कृष्णा पटेल ने दोपहर एक बजे तक अपना मोबाइल भी बंद कर रखा था। बड़ी बहन और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव पल्लवी का मोबाइल बंद तो नही था, लेकिन वह न तो कोई कॉल रिसीव कर रही थीं और न ही किसी मैसेज का जवाब दे रही थीं।
दोपहर करीब एक बजे फोन पर हुई बातचीत में मां कृष्णा पटेल ने कहा कि जो मेरी पार्टी में नहीं है, उसके बारे में क्या बात करना। पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से ही मैंने पिछले साल ही उन्हें निकाल दिया था। बीजेपी से अनुप्रिया की दोस्ती के सवाल पर मां कृष्णा पटेल ने बिफरते हुए कहा कि जो अनुप्रिया अपनी मां की सगी नहीं हुई, वह मोदी या किसी दूसरे की कितनी सगी होगी।
मां ने कहा कि लालच का घड़ा फूटेगा, तो सब कुछ खुद ही साफ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जिस लालच में अनुप्रिया को अपने साथ जोड़ा है, उसका सच जल्द ही उन्हें पता चल जाएगा, क्योंकि अपना दल के सारे वर्कर मेरे साथ हैं। कृष्णा पटेल ने कहा कि बीजेपी ने अपना दल के मिशन को खत्म करने के लिए पीठ में छूरा घोंपने का काम किया है। इसका खामियाजा भी वह खुद ही भुगतेगी।
कृष्णा पटेल ने यह स्वीकार किया कि खुद उन्होंने और परिवार के दूसरे लोगों ने अनुप्रिया की वजह से टीवी सेट आज ऑन ही नहीं किया। मां होने के नाते शुभकामना देने के सवाल पर कृष्णा पटेल ने कहा कि अगर आप ऐसा चाहते हैं, तो मेरी शुभकामना उनके साथ है, बशर्ते उन्हें दिक्कत न हो।