नईदिल्ली। भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक कर दिया है। मार्च 2015 में उनके पास 71.24 करोड़ की संपत्ति थी जो मार्च 2016 में घटकर 68.41 करोड़ रुपए रह गई। एक साल में वो 2.83 करोड़ रुपए के घाटे में गए। हमारा सवाल सिर्फ इतना है कि जो व्यक्ति अपना फाइनेंसियल मैनेजमेंट मजबूत नहीं रख पाया वो देश की वित्त व्यवस्था कैसे संभाल पाएगा। जो खुद घाटे में चला गया, वो देश को फायदा कैसे पहुंचाएगा।
किसी भी व्यक्ति की फाइनेंसियल योग्यता का पैमाना हमेशा उसका निजी इंवेस्टमेंट प्लान होता है। सामान्य धारणा है कि अपने निजी इंवेस्टमेंट प्लान में कोई भी व्यक्ति अपनी पूरी ताकत झोंक देता है। अपनी पूरी योग्यता लगा देता है। तो क्या यह मान लिया जाए कि अरुण जेटली ने अपने लिए जो इंवेस्टमेंट प्लान तैयार किए थे वो बिफल हो गए। यदि ऐसा है तो यह कैसे मान लें कि वो भारत के लिए और भारत के आम नागरिकों के लिए फायदेवाली योजनाएं बना पाएंगे।
डीटेल्स में पढ़िए अरुण जेटली की संपत्तियों का ब्यौरा
प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट पर डाले गए संपत्ति के ब्योरे के अनुसार पिछले वित्त वर्ष के दौरान आवासीय भवन और भूखंड सहित उनकी अचल संपत्ति का मूल्य 34.49 करोड़ रुपए एक साल पहले के बराबर ही रहा है। ब्योरे के अनुसार उनके चार बैंकों के खातों में बकाया राशि 3.52 करोड़ रुपए से घटकर 1 करोड़ रुपए रह गई। इसके अलावा डीसीएम श्रीराम कंसोलिडेटिड लिमिटेड और एंप्रो आॅयल लिमिटेड सहित अन्य कंपनियों में उनकी जमा राशि 17 करोड़ रुपए पर अपरिवर्तित रही। जेटली के पास उपलब्ध नकदी जो कि मार्च 2015 में 95.35 लाख रुपए थी, वह मार्च 2016 में घटकर 65.29 लाख रुपए रह गई। पीपीएफ और अन्य निवेशों को मिलाकर यह राशि 11 करोड़ रुपए रह गई जो कि एक साल पहले 11.24 करोड़ रुपए थी। उनके पास जो सोना, चांदी और हीरे हैं, उनका मूल्य मार्च 2016 में बढ़कर 1.86 करोड़ रुपए हो गया जो पिछले साल मार्च में 1.76 करोड़ रुपए था। जेटली के पास मौजूद सोने के आभूषणों का मूल्य जहां मार्च 2015 के 1.25 करोड़ रुपए से बढ़कर 1.35 करोड़ रुपए हो गया वहीं चांदी के आभूषणों का मूल्य कम होकर मार्च 2016 में 5.54 करोड़ रुपए रह गया। हीरे का मूल्य 45 लाख रुपए पर स्थिर रहा।
दी गई जानकारी में कहा गया है कि मार्च 2016 की समाप्ति पर वित्त मंत्री के पास चार कारें हैं। इनमें दो मर्सिडीज, एक होंडा एकार्ड और एक टोयोटा फार्च्यूनर है। इन कारों को उन्होंने अपनी व्यक्तिगत कमाई और बचत से खरीदा है। इस साल मार्च की समाप्ति पर उनकी कारों का मूल्य 2.79 करोड़ रुपए से घटकर 1.93 करोड़ रुपए रह गया। 2014-15 की घोषणा के समय मंत्री के पास पांच कारें थीं, जिसमें बीएमडब्लू भी शामिल थी लेकिन 2015-16 की घोषणा में इसका जिक्र नहीं है। शायद घाटे के चलते उन्हे बीएमडब्लयू बेचनी पड़ी।
जेटली की पत्नी संगीता जेटली के पास उपलब्ध सोना, चांदी, हीरे, बैंक खाते में उपलब्ध राशि और नकदी सहित वित्त मंत्री की कुल संपत्ति मार्च 2016 के अंत में 68.41 करोड़ रुपए बैठती है जो कि एक साल पहले मार्च 2015 में 71.24 करोड़ रुपए थी। वित्त मंत्री की उनकी पत्नी सहित कुछ छह आवासीय संपत्तियां हैं। तीन दिल्ली में और एक-एक हरियाणा, गुजरात और पंजाब में है। संगीता जेटली का एचडीएफसी बैंक में एक खाता है जिसमें 69.43 करोड़ रुपए जमा हैं।
जानकारी के अनुसार पत्नी के पास 6.82 लाख रुपए नकद हैं जबकि उनके पीपीएफ खाते में 13.80 लाख रुपए हैं। हाथ में उपलब्ध नकदी और पीपीएफ जमा सहित कुल चल संपत्ति मार्च 2016 के अंत में 20.62 लाख रुपए है। संगीता जेटली की देनदारी के ब्योरे के अनुसार उन्होंने 9.71 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। इसमें 9.22 करोड़ रुपए का कर्ज अरुण जेटली से लिया है जबकि 49.25 लाख रुपए बेटी सोनाली जेटली से लिए हैं।