
साथ ही अधिकारियो से उचित कार्यवाही कर पुराने अतिथि शिक्षको को लाभ दिलाने की बात कर चर्चा की गई। वही श्री कहार ने प्रधान पाठक /प्राचार्य/संकुल प्राचार्य /जनशिक्षको द्वारा किये जा रहे भाई भतीजेवाद को समाप्त करने की भी मांग की जिले में अतिथि शिक्षको के साथ अन्याय किया जा रहा है और पूर्व से कार्यरत शिक्षको को हटाकर नए लोगो की नियुक्ति की जा रही है। जिससे कई वर्षो से कार्य कर रहे अतिथि शिक्षको के साथ अंन्याय और धोखा किया जा रहा है।
इसलिये छिंदवाड़ा जिलाध्यक्ष सन्तोष कहार ने ज्ञापन देतें हुए कहा की पूर्व के अतिथि शिक्षको को प्राथमिकता दिया जाये यदि ऐसा नही होता है तो जिला अतिथि शिक्षक संघ छिंदवाड़ा के द्वारा 1 अगस्त 2016 को आमरण अनसन करने की भी बात कही है। ज्ञापन देने पर अधिकारियो ने भी सहयोग करने की बात कही और कही समस्या आने पर उसका निराकरण करने की भी चर्चा की गई और आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर विशेष सहयोगी में जिला अतिथि शिक्षक संघ के पधाधिकारी सर्वेश श्रीवास्तव, रमाकांत पवार, योगेश चोरसिया, हरिराम सूर्यवंशी, नारायण राउत, कीर्ति सोनी , रागिनी कश्यप राजू बेलवंशी, बंडू गोलाइत, उमाशंकर नागवंशी, इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।