भोपाल। आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक संचालक अशोक चतुर्वेदी और शालिनी चतुर्वेदी लिव इन रिलेशनशिप में साथ रह रहे थे। यह खुलासा थाने से जमानत पर आए अशोक ने मीडिया के सामने किया है। उनका कहना है कि पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की। पुलिस ने उनका पक्ष लिया ही नहीं।
असिस्टेंड डायरेक्टर अशोक चतुर्वेदी ने बताया कि शालिनी चतुर्वेदी उनकी पत्नी नहीं है। वह 2008 से अपने छह साल के बेटे को लेकर चली गई थी और लिव इन रिलेशन में थी। बाद में उन्हें पता चला कि शालिनी के खिलाफ हत्या का एक मामला हाईकोर्ट में है और उसे सजा हो चुकी है, पर वह जमानत पर थी। इसके बावजूद वे एक परिवार की तरह साथ रहने को राजी थे लेकिन कुछ महीनों से परिजनों के बहकावे में आकर शालिनी ने हक जताना शुरू कर दिया था और पैसे बिना पूछे खर्च कर रही थी।
उनका कहना है कि वह ब्लैकमेल करने के लिए दबाव बना रही है। उधर, पीड़ित महिला ने पुलिस को शादी से जुडे दस्तावेज पेश किए थे। साथ ही उसने बच्चा भी अशोक का ही होना बताया था।