बिहार राज्य में कई धर्मों के मंदिर हैं और उनकी संख्या निर्धारित करना मुश्किल है। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण मंदिरों की सूची निम्नलिखित है:
- महाबोधि मंदिर, बोधगया
- विश्वनाथ मंदिर, गया
- पटना साहिब गुरुद्वारा, पटना
- भारतीय विश्वविद्यालय कालेज मंदिर, पटना
- मां मंगला गौरी मंदिर, बोधगया
- कुशेश्वर स्थान मंदिर, दरभंगा
- राजगीर शांति स्तूप मंदिर, नालंदा
- वाल्मीकि मंदिर, बिहारशरीफ
- उग्रतारा मंदिर, भागलपुर
- सुंदरीया हनुमान मंदिर, दरभंगा
यह केवल कुछ मंदिरों की सूची है और बिहार राज्य में अन्य बहुत सारे मंदिर हो सकते हैं जो नामित नहीं हैं।
बिहार के सबसे प्राचीन मंदिरों के नाम
बिहार राज्य के कई स्थानों पर प्राचीन मंदिर हैं, जो कई सैकड़ों वर्षों से अपने धार्मिक महत्त्व के लिए जाने जाते हैं। कुछ बिहार के प्राचीन मंदिरों के नाम निम्नलिखित हैं:
महाबोधि मंदिर, बोधगया - इस मंदिर का निर्माण 3 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। यह मंदिर गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थल के रूप में विख्यात है।
विश्वनाथ मंदिर, मंदिर गली, गया - इस मंदिर का निर्माण 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। यह मंदिर शिव को समर्पित है।
महावीर मंदिर, वैशाली - यह मंदिर भगवान महावीर को समर्पित है और 5 वीं से 6 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में निर्मित हुआ था।
विक्रमशिला मंदिर, भागलपुर - इस मंदिर का निर्माण 8 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। यह मंदिर भगवान बुद्ध को समर्पित है।
उग्रतारा मंदिर, भागलपुर - यह मंदिर सम्राट अशोक द्वारा निर्मित किया गया था जो 2500 साल पहले थे। यह मंदिर श