मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए उन्हें वैश्या से भी बदतर बताने वाले भाजपा नेता दयाशंकर ने कहा कि मुझसे एक गलती हुई, मैने माफी मांगी, मेरी पार्टी ने मुझे निकाल दिया। अब बीएसपी के नेताओं ने मेरी पत्नी और बेटी को गालियां दीं हैं। मायावती ने उन्हें अब तक क्यों नहीं निकाला। दयाशंकर ने अपना दावा दोहराया कि मायावती ना केवल टिकट बेचतीं हैं बल्कि बिका हुआ टिकट ज्यादा पैसा मिलने के बाद फिर से बेच देतीं हैं। दयाशंकर अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात कर रहे थे।
सवाल: आपने बेहद आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल बसपा प्रमुख के खिलाफ किया? इसके पीछे वजह क्या है?
जवाब: मैंने जो भी कहा, वो बहुत गलत था और मुझे इस पर अफसोस है। 19 जुलाई को मीडिया के सवालों का जवाब देते वक्त मुझसे यह चूक हो गई। हालांकि, ये सच है कि जो भी शख्स टिकट की अधिक कीमत देता है, बसपा प्रमुख उन्हें ही टिकट बेचती हैं। मैंने अपशब्द को लेकर उसी दिन माफी मांगी थी और फिर मांग रहा हूं।
सवाल: आप पुलिस से सहयोग कर रहे हैं...
जवाब: मैं पुलिस से सहयोग के लिए तैयार हूं और मुझे जहां भी हाजिर होने को कहा जाएगा, मैं आ जाऊंगा लेकिन सबसे पहले मुझे खुद को बचाना है। बसपा के कुछ नेता और कार्यकर्ताओं ने मेरी जीभ काटने और सिर पर इनाम की घोषणा की है। दूसरी बात, मुझे आज तक एफआईआर की कॉपी तक नहीं मिली है। मुझे मीडिया के जरिए ही केस की जानकारी मिली।
सवाल: आपके बयान से बड़ा हंगामा हो गया। आपके और अरुण जेटली के माफीनामे के बाद भी आपके खिलाफ कुछ आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। आपको पार्टी से बाहर कर दिया गया है...
जवाब: यही बात तो मैं पूछना चाहता हूं कि माफी मांगने के बाद भी बसपा के महासचिव नसीमुद्दीन मेरी पत्नी और बेटी को खुलेआम धमकी दे रहे हैं। वे कैसे मेरे नाबालिग बेटी के खिलाफ ऐसा बोल सकते हैं? क्या उसकी प्रतिष्ठा मायावती से कम है?
सवाल: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी आपके बयान की आलोचना की है।
जवाब: मैं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मेरे परिवार को सुरक्षा देने के लिए शुक्रगुजार हूं। उन्होंने तब हमारी मदद की, जब मेरे परिवार पर जान का खतरा था।
सवाल: आपकी पत्नी ने भी बसपा समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
जवाब: अब कानून अपना काम करेगा। मेरा यह कहना है कि जब मेरी पार्टी ने मेरे खिलाफ कार्रवाई की तो फिर क्यों मायावती बसपा नेताओं पर एक्शन नहीं ले रही है? जब मैंने और भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं ने माफी मांग ली है तो फिर बसपा नेताओं में इतना गुस्सा क्यों है?