भोपाल। सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की असमय मौत हो जाती है, ये दुखद है। सभी फील्ड अफसर अपने क्षेत्र से गुजरने वाले राष्ट्रीय और राज्य मार्गों के अधिक दुर्घटना वाले क्षेत्रों की पहचान करें। दुर्घटना के संभावित कारणों का अध्ययन करें। ये निर्देश डीजीपी की जिम्मेदारी संभालने के पहले दिन शुक्रवार को ऋषि शुक्ला ने दिए। अफसरों के साथ हुई बैठक में उन्होंने दुर्घटना रोकने व घायलों को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने के लिए माइक्रो लेवल प्लान बनाने को कहा।
शुक्ला ने इस वर्ष प्रदेश के पूर्व पुलिस अधिकारी स्व. केएफ रूस्तम की जन्म शताब्दी पर पूरे प्रदेश में कार्यक्रमों के आयोजन की रूपरेखा तैयार करने व पुलिस से संबंधित अकादमिक विषयों पर रिसर्च को प्रोत्साहित करने व शोधकर्मियो को मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देने की बात कही। बैठक में कानून व्यवस्था, ऑपरेशन मुस्कान, कन्या स्कूल कॉलेजों में पुलिस अधिकारियों द्वारा संपर्क व आदि विषयों पर चर्चा की गई।
मनोबल बढ़ाएं, लेकिन अनुशासन कायम रहे
डीजीपी ने कहा कि अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कृत करें। साथ ही शिकायत होने पर कार्रवाई भी करें। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि उपलब्ध मानव संसाधनों का मनोबल बढ़ाएं, लेकिन अनुशासन भी कायम रहे। जिला स्तर पर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस-एसएएफ जवानों को पुरस्कृत कराने पर विचार करें।
विशेषज्ञों की मदद से सुलझाए सायबर के मामले
प्रदेश में सायबर क्राइम के बढ़ते मामलों को लेकर डीजीपी चितिंत नजर आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस के पास विभिन्न् अपराधों सायबर, आर्थिक अपराध आदि की जांच के लिए विशेषज्ञ उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के थाना स्तर पर विवेचना अधिकारियों को अपराधों की जांच के लिए इन विशेषज्ञ अधिकारियों से सलाह लेकर मामले को जल्द सुलझाने की कोशिश करे।