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एक समाचार एजेंसी के इंटरव्यू में अजीज ने साफ कहा कि अमेरिका इस बात को समझ ले कि भारत और अमेरिका की दोस्ती के बाद भारत के परमाणु जखीरे में इजाफे होने की सूरत पाकिस्तान को पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा जोर इस बात पर है कि अमेरिका के साथ भारत की दोस्ती से भारत-पाक के बीच रणनीतिक दूरियां नहीं बढ़नी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो हमें भी इसकी प्रतिक्रिया देनी होगी। अमेरिका को भारत के साथ अपने रिश्तों को आगे बढ़ाने से पहले रणनीतिक स्थिरता को भी ध्यान में रखना चाहिए।
परमाणु जखीरा नहीं बढ़ाने के लिए भारत को राजी करे US
अजीज ने कहा कि हमें सिर्फ इसी बात की फिक्र है। इसके अलावा भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर हमें कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका चाहता है कि हम सकारात्मक रुख अपनाएं तो उनसे भारत को भी इस बात के लिए राजी करना होगा कि वह अपना परमाणु जखीरा न बढ़ाए और तनाव को कम कर विवादों को हल करने की शुरुआत करे।