भोपाल। पानी में डूब रहे आधे से ज्यादा शहर की चिंता छोड़ व्यापमं का ज्ञापन देने गई कांग्रेस को जब फटकार लगी तो जनहित की औपचारिकता भी पूरी कर ली गई। प्रदेश अध्यक्ष ने कुछ इलाकों का जायजा लिया, लेकिन दुखद यह है कि कांग्रेस ने एक भी नागरिक को मदद नहीं पहुंचाई, जबकि हजारों लोग रातभर मूसलाधार बारिश से जूझते रहे। उनकी जिंदगी खतरे में थीं। याद दिला दें कि कांग्रेस के ज्ञापन सौंपने के कुछ ही देर बाद भोपाल समाचार डॉट कॉम ने उसकी इस गतिविधि पर आपत्ति उठाई थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने कांग्रेस को जमकर फटकारा। इसी फटकार के बाद कांग्रेस नेता औपचारिक जायजा लेने निकले।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव तेज बारिश में दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लेने राजधानी भोपाल के पुष्पानगर, सेमरा और विभिन्न स्थानों पर पहुंचे। श्री यादव ने इस दौरान बारिश के कारण कई स्थानों पर घरों और बस्तियों में लबालब भरे पानी में लोगों से चर्चा की और प्रभावितों से स्थिति का जायजा लिया तथा पुलिस-प्रशासन से प्रभावितों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने की मांग की।
श्री यादव के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में भ्रमण के दौरान अभा कांग्रेस कमेटी के सचिव सज्जनसिंह वर्मा, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री पी.सी. शर्मा, मनोज राजानी, सुश्री दीप्तीसिंह, दुर्गेेश शर्मा, सचिव जितेन्द्रसिंह बघेल, तोकीर निजामी स्थानीय कार्यकर्ता कैलाश कुशवाहा, हेमलता कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
ये रही वो सबसे पहली खबर जिसके प्रसारण के 2 घंटे बाद कांग्रेस का नया प्रेस रिलीज आया