भोपाल। आजाद अध्यापक संघ अब अपने भीतर ही उलझता जा रहा है। संघ के महासचिव जावेद खान चाहते हैं कि अब अध्यापकों को बड़ा आंदोलन करना चाहिए और उनके साथ होने वाले अन्याय को लेकर जनता के बीच जाना चाहिए, लेकिन प्रांताध्यक्ष भरत पटेल नहीं चाहते कि ऐसा कोई आंदोलन हो।
सारी बहस एक वाट्सएप ग्रुप में चल रही थी। विषय की शुरूआत 29 जुलाई को शिक्षामंत्री विजय शाह के साथ होने वाली मीटिंग के अचानक निरस्त हो जाने से हुई। महासचिव जावेद खान इससे निराश हैं और चाहते हैं कि सरकार को अपनी ताकत दिखानी चाहिए। कई अध्यापक उनके प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं। अध्यापकों का तो यह भी कहना है कि अब सरकार से कोई बातचीत नहीं की जानी चाहिए।
निरस्त हुई बैठक अब 2 अगस्त को सुनिश्चित की गई है। कुछ अध्यापकों का मत है कि 2 अगस्त तक इंतजार करें और यदि इस दिन भी माकूल आदेश ना मिले तो आंदोलन शुरू कर दिया जाए। जनता के बीच जाएं और सरकार की नाकामियां बताएं। इस मामले में इधर जावेद खान आंदोलन का ऐलान करते नजर आए तो प्रांताध्यक्ष भरत पटेल ने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया।