
आज यहां जारी प्रेस रिलीज में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के बयान को उनकी कुंठा की परिणति बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शक्ति को न तो जान पाई है और न पहचानने का साहस किया है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह यह भूल रहे हैं कि कांग्रेस की पहली और दूसरी पीढ़ी संघ को प्रतिबंधित करने के मंसूबे में हर बार विफल रही है। श्री दिग्विजय सिंह कदाचित तीसरी पीढ़ी के हैं और वे भी इस मन्सूबे में कामयाब नहीं हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है जिसने वसुधैव कुंटवकम् की भावना को चरितार्थ करते हुए अपनी ऊर्जा समाज और राष्ट्र के हित में लगाकर ही विस्तार पाया है। दुनिया ने संघ के वजूद और उसकी ऊर्जा को महसूस किया है। उन्होंने कहा कि आजादी के पहले कांग्रेस जो कभी जन आंदोलन थी आजादी के बाद गिरोह बनकर रह गई है तथा धनार्जन के लिए कोशिश उसका अजेंडा बन कर रह गया है। उचित होगा कि कांग्रेस देश और समाज की अपेक्षाओं को समझे और अनुचित ढंग से किये गये धनार्जन की राशि समाज और राष्ट्र के हित में समर्पित कर दें। राष्ट्र कांग्रेस के सत्ताकाल में किये धनार्जन के सार्वजनिक किये जाने की अपेक्षा करता है। कब-कब कितनी थैलियां ली गईं प्रत्यक्ष और परोक्ष में लोगों की जानकारी में है।
श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ क्या देशभक्ति करता है बताने की जरूरत नही रही गई है। महात्मा गांधी वर्धा के शिविर में इस बात से परिचित हो चुके थे। चीनी आक्रमण के दौर में 1962 में पं. नेहरू भी संघ की भूमिका पर मंत्रमुग्ध हुए थे और संघ को गणतंत्र दिवस परेड में आमंत्रित किया था। श्री शर्मा ने कहा कि इग्नोरेंस आफ फेक्ट इज नो इक्सक्यूज। दिग्विजय सिंह को यदि संघ की शक्ति और उपयोगिता का इल्म होता तो वे बेहूदा प्रश्न नहीं करते। उचित होगा कि वे अपने बयान पर पुनर्विचार करें और भूल के लिए राष्ट्र से क्षमा याचना करें।