ग्वालियर। सेंट्रल जेल में 10 दिन से बंद एक बिल्डर की शनिवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बिल्डर आदित्य सिंह भदौरिया के शरीर पर चोटों के निशानों से हत्या की आशंका जताई जा रही है। वहीं, जेल प्रशासन का कहना है कि किसी जहरीले कीड़े के काटने से बंदी की मौत हुई है। बिल्डर की मौत का वास्तविक कारण पता लगाने के लिए जेएमएफसी एके यदु की निगरानी में तीन सदस्यीय डॉक्टरों के पैनल ने शव का डॉक्टरी परीक्षण किया।
शनिवार की रात को 7 बजे के लगभग जेल की बैरक नंबर-7 में बंद आदित्य सिंह (42वर्ष) पुत्र भूपेंद्र सिंह भदौरिया निवासी हरिशंकरपुरम ने जेल अधिकारियों को बेचैनी व घबराहट होने की शिकायत की। बंदी पसीने में तरबतर हो रहा था। रात को 8 बजे के लगभग बंदी को जेल प्रहरियों की निगरानी में इलाज के लिए जेएएच लाया गया। जेल प्रहरियों ने अस्पताल में बताया कि शायद बंदी को किसी बरसाती जहरीले कीड़े ने काट लिया है। आदित्य सिंह की जांघ भी दिखाई, जिस पर फफोले पड़े हुए थे। आदित्य की हालत नाजुक होने पर इलाज के लिए आईसीयू में भेज दिया गया।
रात 9:30 तोड़ा दम
बिल्डर आदित्य सिंह की रात साढ़े नौ बजे के लगभग आईसीयू में मौत हो गई। रात 10 बजे के लगभग आदित्य के जेल से अस्पताल पहुंचने की सूचना पर पिता भूपेंद्र सिंह, अन्य रिश्तेदार व परिचित भी पहुंच गए। आईसीयू से ये लोग आदित्य के शव को झाड़-फूंक कराने के लिए बेहट ले गए। देर रात को वहां से भी निराश होकर लौट आए।
14 जुलाई को आया था जेल
चेक बाउंस के मामले में आदित्य सिंह को 14 जुलाई को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। उसे बैरक नंबर-7 में विचाराधीन बंदियों के साथ रखा गया था।
द्वारिका सिटी प्रोजेक्ट में उलझ गया था
आदित्य सिंह भिंड रोड पर महाराजपुरा के पास द्वारिका सिटी के नाम से कॉलोनी काट रहा था। इसी प्रोजेक्ट के लिए उसने मार्केट से पैसा भी उठा रखा था।
जहरीले कीड़े ने काटा
लगभग 4 दिन पूर्व आदित्य ने बताया था कि उसे किसी बरसाती कीड़े ने काट लिया है। उसके शरीर पर फफोले भी पड़ गए थे। उसका इलाज जेल के अस्पताल में किया जा रहा था। शनिवार की रात को उसने बेचैनी व घबराहट की शिकायत की। उसे इलाज के लिए जेएएच शिफ्ट किया गया, जहां उसकी मौत हो गई। जेल की बैरक में चारों तरफ जाली लगी है, इसलिए सांप के काटने का सवाल ही नहीं उठता है। बैरक में 70 बंदी थे। किसी ने सांप नहीं देखा। मृतक ने भी बताया था उसे जहरीले कीड़े ने काटा है। आदित्य जेल में आने के कारण घबराया हुआ था।
एनके सिंह, जेल अधीक्षक, सेंट्रल जेल