
मंगलवार (12 जुलाई) को Department of Personnel & Training (DoPT) की तरफ से मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) को एक नोटिस मिला था। उस में इस फैसले का जिक्र था। पत्र में लिखा था, ‘ACC की तरफ से कहा गया है कि इस पोस्ट को Central Staffing Scheme (CSS) के तहत भरा जाएगा।’ यह पहला मामला नहीं है जब स्मृति के सिलेक्शन पर सवाल उठे हों। इससे पहले अगस्त 2015 में वह सतबीर बेदी को CBSE चेयरमैन बनाना चाहती थीं लेकिन उनके नाम पर भी पक्की मुहर ना लग सकी।
कमेटी पैनल ने पाया था कि सतबीर के पास तीन साल का अनुभव नहीं है। CBSE में दिसंबर 2014 से कोई चेयरमैन नहीं है। इस पद के लिए ज्वाइंट सेकेट्री रैंक का कोई अधिकारी चाहिए। उसके पास शैक्षिक प्रशासन का तीन साल का अनुभव भी होना चाहिए।