बेंगलुरु। डीएसपी एमके गणपति आत्महत्या मामले में घिरे कर्नाटक के मंत्री केजे जार्ज ने सोमवार को इस्तीफा देना पड़ा। इससे पहले कोर्ट ने इस मामले में मंत्री और दो वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया था। कोर्ट का आदेश आने के बाद जार्ज ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री के पास भेज दिया है। इससे पहले मेदिकरी के एक कोर्ट ने मृतक डीएसपी के बेटे नेहाल गणपति की शिकायत पर मंत्री के खिलाफ आदेश दिया।
नेहाल ने कोर्ट से मंत्री और दो आइपीएस अधिकारियों एएम प्रसाद और प्रणब मोहंती के खिलाफ पिता को आत्महत्या के लिए उकसाने की जांच का आदेश देने की मांग की थी। पुलिस द्वारा तीनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने से मना करने पर वह कोर्ट पहुंचा। नेहाल ने कोर्ट से कहा कि पिता ने मृत्युपूर्व बयान में इन तीनों का नाम लिया था। उसने इस मामले में कोर्ट से आइपीसी की धारा 306 और धारा 34 के तहत संज्ञान लेने की अपील की।
न्यायिक जांच आयोग
डीएसपी आत्महत्या मामले के तूल पकड़ने के बाद कर्नाटक सरकार ने केएन केशवनारायण की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया लेकिन विपक्षी भाजपा और जदएस ने आयोग को खारिज कर दिया और मंत्री के इस्तीफे तथा सीबीआइ जांच की मांग को लेकर अड़े रहे। इस मामले को लेकर विपक्ष ने छह दिन तक विधानसभा की कार्यवाही बाधित की।
क्या है मामला
सात जुलाई को मेदिकरी के एक लॉज के कमरे में डीएसपी एमके गणपति (51) की लाश पंखे से लटकी मिली थी। इससे पहले एक स्थानीय टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में गणपति ने कहा था कि उनके साथ अगर कुछ होता है, तो उसके लिए मंत्री, आइजी (इंटेलीजेंस) एएम प्रसाद और आइजीपी (लोकायुक्त) प्रणब मोहंती जिम्मेदार होंगे।