
नजमा हेपतुल्ला के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का काम अब राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी देखेंगे। जबकि सिद्धेश्वरा की जगह बाबुल सुप्रियो भारी उद्योग मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया गया है
देश से बाहर थे दोनों मंत्री, इसीलिए नहीं हुआ था इस्तीफा
सूत्र बता रहे हैं कि मोदी कैबिनेट विस्तार के वक्त नजमा और सिद्धेश्वरा का इस्तीफा इसलिये नहीं हो पाया था कि तब दोनों देश से बाहर थे।
अभी कलराज बचे हैं
नजमा हेपतुल्लाह और सिद्धेश्वरा का इस्तीफा हो चुका है। बचे हैं कलराज मिश्र। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें हटा कर मोदी सरकार यूपी के ब्राह्मण वोटों को नाराज करने की खतरा मोल लेगी ऐसा तो लगता नहीं है। अब देखना यह है कि कलराज के साथ सरकार क्या करती है ?