
लगभग एक सप्ताह गुजरने के बाद भी न तो खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा, न ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एक्सपायर खाद्य पदार्थों की धरपकड़ हेतु कोई अभियान छेड़ा गया है। न ही सिमरिया के किसी बड़े किराना ब्यापारी की गोदाम तो दूर दुकान में मौजूद खाद्य पदार्थों का निरीक्षण किया गया है। ताकि एक्सपायर सामान का संग्रह करने वाले ब्यापारियों और जनमानस में संदेश जाये।
गौरतलब है कि सिमरिया से पूरे क्षेत्र में फुटकर दुकानदारों को एक्सपायर माल सप्लाई होता है। सिमरिया के थोक दुकानदारों की दुकान में जब हमारे संवाददाता ने हल्दीराम और ब्रिटानिया जैसे नामचीन ब्रांडों की पड़ताल की तो वहां बूंदी, गजक, नमकीन और बिस्कुट एक्सपायर मिला। सवाल उठता है जब दुकानों में इस कदर एक्सपायर माल पड़ा है। तो गोदामों की हालत क्या होगी। यदि सूत्रों पर भरोसा करें तो इन बड़े ब्यापारियों की एक एक गोदाम पर लाखों रुपये का एक्सपायर माल मिलेगा। पर इन ब्यापारियों की गोदामों पर छापेमार कार्यवाही न होना इन अधिकारियों के तथाकथित आर्थिक स्वार्थों की तरफ इशारा करता है।